चित्तौड़गढ़. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर धीरे-धीरे नरम पड़ रही है. लेकिन खतरा अभी टला नहीं है. जिसे देखते हुए राज्य सरकार अब लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानि इम्यूनिटी बढ़ाने की तैयारी कर रही है. सरकार ने इसके लिए घर-घर औषधि योजना बनाई है. इसके अंतर्गत वन विभाग के जरिए हर घर में तुलसी सहित 4 औषधीय पौधे पहुंचाए जाएंगे. इसमें तुलसी, नीम गिलोय, अश्वगंधा और कालमेघ औषधीय पौधे शामिल किया गया है.
कलेक्टर ताराचंद मीणा ने ली अधिकारियों की बैठक
सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना को धरातल पर उतारने के लिए जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने जिला टास्क फोर्स कमेटी में शामिल अधिकारियों की बैठक लेकर रोड मैप तैयार करने के निर्देश दिए. जिसके अंतर्गत हर परिवार तक 3 साल में 24 औषधीय पौधे पहुंचाए जाएंगे.
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करीब दो लाख परिवारों तक पौधे पहुंचाने का लक्ष्य
चित्तौड़गढ़ जिले में करीब पौने चार लाख परिवारों में से इस साल लगभग पौने दो लाख परिवारों तक यह पौधे पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है. पहले चरण में किन-किन परिवारों को इसका लाभ दिया जाना है, टास्क फोर्स की अगली बैठक में इसे अंतिम रूप दे दिया जाएगा.
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31 जुलाई तक होगा वितरण का काम शुरू
उप वन संरक्षक और समिति के सचिव सुगनाराम जाट ने बताया कि लोगों के इम्यूनिटी सिस्टम को डिवेलप करने के लिए यह योजना तैयार की गई है. इस साल चित्तौड़गढ़ जिले में 14 लाख 41 हजार पौधे वितरण का लक्ष्य रखा गया है. साथ ही 31 जुलाई तक पौधों के वितरण का काम शुरू कर दिया जाएगा. इन पौधों से किस-किस प्रकार के फायदे मिल सकते हैं इसके लिए व्यापक प्रचार प्रसार की भी योजना तैयार की जा रही है.