चित्तौड़गढ़. मामूली बात पर शहर के रेलवे स्टेशन मार्ग पर समुदाय विशेष के लोगों ने शुक्रवार रात को एक दुकानदार पर हमला कर दिया. इस दौरान बीच-बचाव में पड़ोसी दुकानदार भी जख्मी हो गया. शनिवार को पुलिस ने घटना में आरोपी 4 लोगों को गिरफ्तार कर (Accused of assault with shopkeeper arrested) लिया. इससे पहले दोपहर में क्षेत्र के व्यापारियों ने दुकानें बंद रखीं और वाहन रैली निकाल कलेक्ट्री पहुंचे. यहां कलेक्टर को राज्यपाल और सीएम के नाम ज्ञापन सौंप असामजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
शनिवार को इस घटना को लेकर व्यापारियों ने दुकानें बंद रखीं और वाहन रैली के रूप में विरोध स्वरूप कलेक्ट्रेट पहुंचे. इनमें सर्व समाज के साथ बजरंग दल के जिला संयोजक जगदीश मेनारिया, पूर्व जिला संयोजक मुकेश नाहटा, भारत सिंह, रेलवे स्टेशन व्यापार संघ के कमल चंचलानी, पूर्व पार्षद भोलाराम, हरीश गुरनानी तथा पीड़ित दुकानदारों के साथ क्षेत्र के व्यापारी भी शामिल थे. प्रदर्शन के बाद एक प्रतिनिधिमंडल ने अपनी मांगों को लेकर एडीएम और पुलिस उपाधीक्षक को मुख्यमंत्री तथा राज्यपाल के नाम ज्ञापन देकर दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. व्यापारियों में आक्रोश इस बात से था कि पुलिस चौकी से महज 20 फीट दूर असामाजिक तत्वों ने वारदात को अंजाम दिया. सदर थाना अधिकारी हरेंद्र सिंह सौदा ने बताया कि नामजद चारों ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पूछताछ कर उनके अन्य साथियों का पता लगाया जा रहा है.
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पुलिस के अनुसार शुक्रवार को जूते चप्पल की दुकान लगाने वाले 70 वर्षीय मनोज कुमार दुकान बंद करने ही वाले थे. इस दौरान पास की बस्ती में रहने वाले तीन चार लोगों ने उन्हें काउंटर से खींचकर बाहर निकाला और लात-घूंसों से मारने-पीटने लगे. यह देख कर पड़ोसी दुकानदार जय किशन बीच-बचाव में दौड़े. इस पर उन लोगों ने उसके साथ भी मारपीट की. सूचना पर तत्काल ही सदर थाना अधिकारी विक्रम सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए. पुलिस उपाधीक्षक बुधराज ने भी मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया.
सरेआम मारपीट होता देख आस-पास के दुकानदारों में अफरा-तफरी मच गई और देखते ही देखते सारी (Shopkeeper Attacked in Chittorgarh) दुकानें बंद हो गई. घटना से आक्रोशित बजरंग दल के जिला संयोजक जगदीश मेनारिया सहित हिंदू संगठनों के लोग भी मौके पर पहुंचने लगे. मनोज कुमार की रिपोर्ट पर सीआई विक्रमसिंह टीम के साथ बस्ती में गए कुछ संदिग्धों को थाने लाकर पूछताछ की गई. इनमें से दो नामजद निकले जिन्हें डिटेन कर लिया गया था.
चप्पल की कीमत को लेकर हुई थी तकरार: दुकानदार मनोज कुमार के अनुसार शुक्रवार शाम को बस्ती के दो युवक चप्पल खरीदारी के लिए आए थे. इस दौरान वे डिस्काउंट देने के बाद भी कीमत कम करने पर अड़े हुए थे. जिसके कारण दुकानदार से उन्हें चप्पल देने से मना कर दिया. इसी मामले को लेकर वे लोग अपने साथियों के साथ आए और उसके साथ मारपीट करने लग गए.
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प्रत्यक्षदर्शी था एएसआई: आसपास के लोगों ने बताया कि जिस समय मारपीट हो रही थी, सदर पुलिस थाने का एएसआई कालू सिंह दुकान के बाहर ही थे. यदि उसने समय रहते कार्रवाई की होती तो संभवत विवाद वहीं खत्म हो जाता. लेकिन एएसआई बिना कोई कार्रवाई किए वहां से निकल गया. इस मामले में चार लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दी गई थी. जिनमें से दो को डिटेन कर लिया गया था.