चित्तौड़गढ़. शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के मोहर मंगरी में 3 दिन पूर्व गंभीरी नदी में डूबे युवक का शव करीब 40 घंटे बाद पानी से बाहर निकाल लिया गया. शव पानी की सतह पर आ गया था, जिसे लोगों की सहायता से बाहर निकलवा कर चिकित्सालय पहुंचाया गया. शव मिलने के बाद पुलिस के साथ ही शव निकालने में जुटी टीमों ने भी राहत की सांस ली है.
जानकारी में सामने आया कि चित्तौड़गढ़ शहर के कोतवाली थाना इलाके में मोहर मंगरी निवासी चंदा लाल उर्फ चंदू भील शुक्रवार को दोपहर करीब 3 बजे पत्नी माया के साथ नहाने के लिए गंभीर नदी पर गया था. नदी में तैरने के दौरान, वह डूब गया. मामले की सूचना मिलने के बाद कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू करवाया. शुक्रवार से लेकर शनिवार दोपहर तक सिविल डिफेंस की टीम प्रयास में जुटी रही, लेकिन शव निकालने में सफलता नहीं मिली.
इस दौरान चित्तौड़गढ़ जिला कलक्टर भी मौके पर पहुंचे, स्थिति को भांपते हुए उन्होंने उदयपुर से एनडीआरएफ की टीम को बुलाया. शनिवार शाम करीब 5 बजे एनडीआरएफ की टीम पहुंची. डेढ़ घंटे तक तलाश के बावजूद भी युवक के शव का पता नहीं चल पाया. अंधेरा होने के बाद बचाव कार्य रोक दिया गया था. वहीं पुलिस को उम्मीद थी कि तीसरे दिन शव निकाल लिया जाएगा.
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रविवार सुबह करीब 7.30 बजे स्थानीय लोगों ने शव को नदी में सतह पर तैरते देखा. इसकी जानकारी पार्षद सुमित मीणा को दी गई. पार्षद की सूचना पर कोतवाली थाने से एएसआई नवलराम मय जाब्ता मौके पर पहुंचे और लोगों की सहायता से शव को बाहर निकलवाया. शव को जिला चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया गया. यहां पुलिस ने परिजनों की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया. पार्षद ने बताया कि शव मिलने की सूचना पटवारी को भी दे दी है, जिससे कि नियमानुसार मृतक के आश्रितों को आर्थिक सहायता दिलवाने का प्रयास किया जाएगा.