चित्तौड़गढ़. जिला मुख्यालय स्थित महिला एवं बाल चिकित्सालय में सोमवार रात पालना गृह में अज्ञात लोगों ने एक नाबालिग बालिका को छोड़ कर चले गए. बालिका को छोड़ते ही घंटी बजी तो नर्सिंग स्टाफ तत्काल बालिका को चिकित्सालय के भीतर ले आए. बालिका का स्वास्थ्य की जांच की गई, जिसमें वह स्वस्थ्य निकली है.
इस सम्बंध में बाल कल्याण समिति को सूचना दी है, जिन्होंने भी बालिका के स्वास्थ्य की जानकारी ली. बाल कल्याण समिति इस बालिका को राजकीय शिशु गृह में शिफ्ट करेगी. बाद में इसके लिगल मुक्त की कार्रवाई की जाएगी. जानकारी के अनुसार सोमवार रात करीब साढ़े सात बजे एक अज्ञात महिला एवं बाल चिकित्सालय परिसर स्थित पालना गृह में बालिका को लावारिस छोड़ कर चला गया था.
बालिका को छोड़ते ही घंटी बजी तो चिकित्सालय में मौजूद नर्सिंग स्टाफ हरकत में आ गया. तत्काल बालिका को चिकित्सालय के भीतर लाए और प्रभारी डॉ. जयसिंह मीणा को मामले की सूचना दी गई. इस पर डॉ. जयसिंह चिकित्सालय पहुंचे और बालिका के स्वास्थ्य की जानकारी ली.
बालिका को एनआईसीयू में भर्ती किया गया. डॉ. जयसिंह मीणा ने बताया कि बालिका प्रिमैच्यूर है और इसका वजन भी कम है. बालिका पूरी तरह स्वस्थ्य है और इसे मदर मिल्क बैंक से दुध पिलाया जा रहा है. वहीं, इसकी जानकारी बाल कल्याण समिति को दी गई. इस पर मंगलवार शाम बाल कल्याण समिति चित्तौड़गढ़ की अध्यक्ष डॉ. सुशीला लड्ढा और सदस्य सुमित्रा साहू चिकित्सालय पहुंची और बालिका के बारे में जानकारी ली.
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इस कड़ी में पहले ड्युटी पर तैनात नर्सिंग स्टाफ नीतू रजक और पूष्पलता से जानकारी ली गई. इसके बाद डॉ. जयसिंह से मुलाकात कर बालिका के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली. उन्होंने बालिका को देखा और इसके सम्बंध में आवश्यक कार्रवाई के लिए कहा. डॉ. जय सिंह ने बताया कि जब से चित्तौड़गढ़ में पालना गृह शुरू हुआ तब से अब तक यह पहला मामला है, जिसमें कोई नवजात को छोड़ कर गया है.