चित्तौडगढ़. गर्मी ने अब तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं और लोगों ने पंखे, कूलर और एसी का प्रयोग शुरू कर दिया है. वहीं जिला मुख्यालय स्थित राजकीय महिला एवं बाल चिकित्सालय में गर्मी के तीखे तेवर से निपटने के लिए कोई माकूल इंतजाम नहीं किये गए हैं. इसके चलते रोगी और इनके परिजन परेशान हैं.
जानकारी के अनुसार महिला एवं बाल चिकित्सालय के पोस्ट ऑपरेटिव और पीएनसी वार्डों में जहां प्रसूताओं और नवजात शिशुओं को इस गर्मी से राहत दिलाने के लिए कोई इंतजाम नहीं किये गए है. वार्डों में पंखों की कमी साफ देखने को मिल रही है और जो एयर कंडीशनर लगे हुए है उनमें से कुछ खराब पड़े हुए है और जो चालू हालत में है उन्हें शोपीस के लिए लगाया हुआ है.
वहीं वार्ड में जहां पलंग खाली है कोई भी मरीज नहीं है उनमें पंखे और एसी चालू मिले है. यहां लापरवाही के चलते खाली पलंग जिन्हे ठंडा किया जा रहा है और वार्डों में जहां मरीज भर्ती है वो गर्मी से त्रस्त दिखाई दिए. वहीं कुछ स्थानीय मरीज भी यहां पर भर्ती है जिन्होंने जच्चा और बच्चों के लिए अपने घर से पंखे लाकर लगाए हैं, लेकिन जो जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के मरीज भर्ती है उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है.
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बरहाल यहां पर जिला चिकित्सालय प्रशासन सिर्फ कागजों में ही मरीजों को सुविधाएं उपलब्ध करवा रहा है और सुविधाओं के नाम पर नतीजा शून्य ही दिखाई दिया है.