कपासन(चित्तौड़गढ़). जिले के नगर सहित ग्रामीण क्षेत्र में होलिका दहन परंपरानुसार किया गया. विभिन्न स्थानों पर शुभ मुहर्त में विधि विधान के साथ पूजा अर्चना कर होलिका दहन मनाया गया. वहीं नगर के बहुचर्चित इको फ्रेण्डली होलिका दहन को देखने के लिए भारी संख्या में भीड़ उमड़ी.
बता दें कि नगर सहित कई स्थानोंं पर शुभ मुहर्त में विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की गई. इसके बाद पंचायती ढोल के साथ ही गांव व्यास, गांव पटेल, गांव बलाई सहित सभी समाज के प्रतिनिधि होली स्थानों पर पहुंचकर होली की विधि विधान के साथ होलिका दहन की पूजा अर्चना की गई.
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वहीं नन्ही बालिकाओं ने गोबर से निर्मित बडुल्ये की माला और नारियल लेकर होली की पूजा कर प्रसाद वितरित किया. बहुचर्चित इको फ्रेण्डली होली के पुतले के दहन में चंदन, नीम की पत्ती, कपूर, नारियल गोबर के कण्डें आदि का उपयोग किया गया. परम्परानुसार गेहूं की बालियों को होली के आग में सेका गया.
कस्बे में शितलाष्टमी को खेला जायेगा रंग..
कपासन में रियासत काल में खालसा हुआ करता था, इस दौरान राजपरिवार के सदस्य का सप्तमी के दिन निधन हो जाने से खालसा क्षेत्र में अष्टमी को रंग खेला जाता है. पुलिस अधिकारियों ने होली की पूजा अर्चना की. होलिका दहन से पूर्व नगर के आकरिया चौक और इको फ्रण्डली होली की पूजा पुलिस उप अधीक्षक दलपत सिंह और थानाधिकारी हिंमाशु सिंह ने की. इस अवसर पर कांग्रेस नगर अध्यक्ष हिंमाशु बारेगामा, पार्षद राजीव सोनी सहीत कई समाजिक और राजनैतिक दलों के कार्यकर्ता उपस्थित रहे.