चित्तौड़गढ़. जिले के सदर थाना अंतर्गत पड़ने वाले नरपत की खेड़ी पुलिया के पास हादसे के शिकार पति-पत्नी की मौत के बाद बुधवार को जख्मी बेटी ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. जख्मी बच्ची का उदयपुर में उपचार चल रहा था, जहां बुधवार को उसकी मौत हो गई. सहायक पुलिस उपनिरीक्षक सोहनलाल चावला ने बताया कि परिजन उदयपुर में ही अंतिम संस्कार करने के बाद चित्तौड़गढ़ पहुंचे, जहां से दंपती की अस्थियां लेकर अहमदाबाद के लिए रवाना हो गए.
दरअसल, बीते 25 मई को कार के ट्रक में घुसने से अहमदाबाद निवासी शत्रुघ्न तिवारी और उनकी पत्नी सरिता की मौत हो गई थी. जबकि उनके तीन बच्चे 15 वर्षीय पलक, 13 वर्षीय पायल और 11 वर्षीय बेटा तेजस्वी हादसे में गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे. तीनों का उदयपुर में इलाज चल रहा था, जहां करीब एक हफ्ते तक उपचार के बाद पलक ने दम तोड़ दिया. इसके बाद परिजनों ने उसका उदयपुर में ही अंतिम संस्कार किया. इसके बाद शत्रुघ्न के पिता जगदीश तिवारी परिवार के लोगों के साथ मंगलवार शाम को चित्तौड़गढ़ मोक्ष धाम पहुंचे और अपने बेटे शत्रुघ्न और पुत्रवधू सरिता की अस्थियां लेकर अहमदाबाद के लिए रवाना हो गए.
इसे भी पढ़ें - नीमराणा में पूर्व सरपंच की गोली मारकर हत्या, मामले की जांच में जुटी पुलिस
बता दें कि मृतक दंपती का चित्तौड़गढ़ में ही अंतिम संस्कार किया गया था. वहीं, हालत गंभीर होने पर तीनों बच्चों को उदयपुर में भर्ती कराया गया था, जिसमें से पलक ने बुधवार को उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. पुलिस की ओर से बताया गया कि मृतक शत्रुघ्न अपने साले के घर आयोजित शादी समारोह में शामिल होने के लिए सपरिवार कार से बिहार के सिवान से आए थे. वहीं, लौटने के क्रम में नरपत की खेड़ी पुलिया के पास उनकी कार हादसे की शिकार हो गई. जिसमें शत्रुघ्न की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि उनकी पत्नी संरिता ने जिला चिकित्सालय में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था.