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CM गहलोत ने चित्तौड़गढ़ में सहकार भवन का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया लोकार्पण - मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

चित्तौड़गढ़ में बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सहकारिता विभाग के उप रजिस्ट्रार कार्यालय और विशेष लेखा परीक्षक कार्यालय के नवनिर्मित सहकार भवन का लोकार्पण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया. इसके साथ ही उदयपुर के सेन्ट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के प्रधान कार्यालय और शाखा भवन का भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लोकार्पण समारोह आयोजित किया गया.

सहकार भवन का लोकार्पण, CM Ashok Gehlot, Chittorgarh News
सीएम गहलोत ने चित्तौड़गढ़ के सहकार भवन का किया लोकार्पण
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Published : Jul 9, 2020, 3:47 AM IST

चित्तौड़गढ़. जिले में बुधवार को सहकारिता विभाग के उप रजिस्ट्रार कार्यालय और विशेष लेखा परीक्षक कार्यालय के नवनिर्मित सहकार भवन का लोकार्पण मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मुख्य आतिथ्य, सहकारिता एवं इन्दिरा गांधी नहर परियोजना मंत्री श्री उदयलाल आंजना की अध्यक्षता, सहकारिता राज्यमंत्री टीकाराम जूली और प्रभारी मंत्री भजनलाल जाटव के विशिष्ठ आतिथ्य में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया. नवनिर्मित सहकार भवन को चित्तौड़गढ़ में भीलवाड़ा रोड पर चन्देरिया में बनाया गया है.

सहकार भवन का लोकार्पण, CM Ashok Gehlot, Chittorgarh News
चित्तौड़गढ़ में सहकार भवन का किया गया लोकार्पण

चित्तौड़गढ़ के चन्देरिया में बने सहकार भवन के साथ ही उदयपुर के सेन्ट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के प्रधान कार्यालय और शाखा भवन का भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लोकार्पण समारोह आयोजित किया गया. चित्तौड़गढ़ और उदयपुर के अतिरिक्त संभाग के धरियावद, प्रतापगढ़ और राजसमंद क्षेत्र के अधिकारी, कार्मिक और आमजन इस लोकार्पण समारोह से जुड़े रहे.

पढ़ें: Special: 2 एलिवेटेड और 4 आरओबी पर कोरोना की मार, लॉकडाउन के बाद नहीं मिल रहे स्किल्ड लेबर

समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सहकारिता को आंदोलन बनाए जाने की जरूरत है. सहकारिता के जरिए कोरोना की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है और विभाग का जागरूकता अभियान में बड़ा सहयोग रहा है. इस अभियान को भले ही कम कर दिया जाए, लेकिन कोरोना से जीतने के लिए आंदोलन जारी रखना होगा. सहकारिता का मूल सिद्धान्त एक सबके लिए और सब एक के लिए है, जो कि कोरोना के बचाव के लिए भी जरूरी है.

लोकार्पण समारोह में सीएम गहलोत ने कहा कि साल 1958 में जवाहर लाल नेहरू ने सहकारिता की शुरूआत की और सहकारिता के नए रूप का लाभ लोगों को मिला है. महिलाएं भी अब पंचायतराज को सशक्त किए जाने के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में शासन की कमान संभाल रही है. लेकिन, जो नवाचार किए जाने हैं, उन्हें अमल में लाया जाए. इसके लिए सरकार पूरी तरह कटिबद्ध है और सरकार सहकारिता को मजबूत बनाने के लिए पूरी तरह विभाग और मंत्रालय के साथ खड़ी है, जिससे मजबूती से आगे बढ़ा जा सके.

इस दौरान सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने कहा कि सहकारिता विभाग के जरिए कोविड काल में भी किसानों की स्थिति मजबूत हुई है. जागरूकता के क्षेत्र में जो काम किए जा रहे हैं, उसमें विभाग के अधिकारी और कार्मिक पूरी भावना के साथ जुटे हुए हैं. लंबे समय से रजिस्ट्रार नहीं होने के चलते समस्याओं का सामना कर रहे विभाग की मांग पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ध्यान देने और रजिस्ट्रार नियुक्त किए जाने पर सहकारिता मंत्री ने सीएम गहलोत का आभार भी व्यक्त किया. उन्होंने आश्वस्त किया कि सहकारिता के माध्यम से सबके लिए सहयोग की भावना से काम करते हुए किसानों को मजबूती प्रदान की जाएगी. आंजना ने मांग की है कि जो गौण मंडियां कोरोना काल के दौरान शुरू की गई है, उन्हें शुरू रखा जाए, जिससे किसानों को अधिकतम लाभ मिल सके.

पढ़ें: Rajasthan : 15 अक्टूबर से पहले होंगे पंचायत चुनाव, 10 जुलाई को आयोग की अहम बैठक

लोकार्पण समारोह में जिला कलेक्टर चेतनराम देवड़ा, पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव, अतिरिक्त जिला कलेक्टर मुकेश कलाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरिता सिंह, नगर परिषद सभापति संदीप शर्मा, पूर्व विधायक सुरेन्द्रसिंह जाड़ावत और प्रकाश चौधरी, कांग्रेस नेता बिरदीचन्द मोची, चन्देरिया थानाधिकारी अनिल जोशी सहित कई अधिकारी और कार्मिक मौजूद रहे.

कोरोना संक्रमण की रोकथाम पर रहा सीएम गहलोत का फोकस
अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने श्वेत क्रांति और हरित क्रांति का जिक्र करते हुए किसानों को ऋण माफी का लाभ दिलाने के सरकार के वादा पूरा करने का जिक्र किया. उन्होंने बताया कि अब तक 20 लाख किसानों का कर्जा माफ किया जा चुका है. राष्ट्रीयकृत बैंकों का 6 हजार करोड़ रुपये का ऋण केंद्र की स्वीकृति के कारण माफ नहीं हो पाया है. सत्ता में आने के बाद सरकार ने पिछली सरकार का 6 हजार करोड़ रुपये का ऋण भी चुकाया है. इसके साथ ही सीएम गहलोत ने अपने उद्बोधन में ज्यादा फोकस कोरोना से बचाव किया है.

उन्होंने कहा कि कोरोना के मामले में राजस्थान की स्थिति बेहतर है. राजस्थान अपने पड़ोसी राज्यों को 5 लाख टेस्ट प्रतिदिन करने की स्वीकृति दे चुका है, लेकिन आने वाले दिनों में संक्रमितों की संख्या करोड़ों में जा सकती है. भारत में संक्रमितों की संख्या बढ़ने से अब भारत विश्व में तीसरे स्थान पर आ चुका है. इसके लिए जरूरी है कि लोग नियमों का पालन करें और विभाग जागरूकता कार्यक्रमों पर पूरा ध्यान दें, जिससे संक्रमण रोका जा सके.

चित्तौड़गढ़. जिले में बुधवार को सहकारिता विभाग के उप रजिस्ट्रार कार्यालय और विशेष लेखा परीक्षक कार्यालय के नवनिर्मित सहकार भवन का लोकार्पण मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मुख्य आतिथ्य, सहकारिता एवं इन्दिरा गांधी नहर परियोजना मंत्री श्री उदयलाल आंजना की अध्यक्षता, सहकारिता राज्यमंत्री टीकाराम जूली और प्रभारी मंत्री भजनलाल जाटव के विशिष्ठ आतिथ्य में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया. नवनिर्मित सहकार भवन को चित्तौड़गढ़ में भीलवाड़ा रोड पर चन्देरिया में बनाया गया है.

सहकार भवन का लोकार्पण, CM Ashok Gehlot, Chittorgarh News
चित्तौड़गढ़ में सहकार भवन का किया गया लोकार्पण

चित्तौड़गढ़ के चन्देरिया में बने सहकार भवन के साथ ही उदयपुर के सेन्ट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के प्रधान कार्यालय और शाखा भवन का भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लोकार्पण समारोह आयोजित किया गया. चित्तौड़गढ़ और उदयपुर के अतिरिक्त संभाग के धरियावद, प्रतापगढ़ और राजसमंद क्षेत्र के अधिकारी, कार्मिक और आमजन इस लोकार्पण समारोह से जुड़े रहे.

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समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सहकारिता को आंदोलन बनाए जाने की जरूरत है. सहकारिता के जरिए कोरोना की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है और विभाग का जागरूकता अभियान में बड़ा सहयोग रहा है. इस अभियान को भले ही कम कर दिया जाए, लेकिन कोरोना से जीतने के लिए आंदोलन जारी रखना होगा. सहकारिता का मूल सिद्धान्त एक सबके लिए और सब एक के लिए है, जो कि कोरोना के बचाव के लिए भी जरूरी है.

लोकार्पण समारोह में सीएम गहलोत ने कहा कि साल 1958 में जवाहर लाल नेहरू ने सहकारिता की शुरूआत की और सहकारिता के नए रूप का लाभ लोगों को मिला है. महिलाएं भी अब पंचायतराज को सशक्त किए जाने के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में शासन की कमान संभाल रही है. लेकिन, जो नवाचार किए जाने हैं, उन्हें अमल में लाया जाए. इसके लिए सरकार पूरी तरह कटिबद्ध है और सरकार सहकारिता को मजबूत बनाने के लिए पूरी तरह विभाग और मंत्रालय के साथ खड़ी है, जिससे मजबूती से आगे बढ़ा जा सके.

इस दौरान सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने कहा कि सहकारिता विभाग के जरिए कोविड काल में भी किसानों की स्थिति मजबूत हुई है. जागरूकता के क्षेत्र में जो काम किए जा रहे हैं, उसमें विभाग के अधिकारी और कार्मिक पूरी भावना के साथ जुटे हुए हैं. लंबे समय से रजिस्ट्रार नहीं होने के चलते समस्याओं का सामना कर रहे विभाग की मांग पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ध्यान देने और रजिस्ट्रार नियुक्त किए जाने पर सहकारिता मंत्री ने सीएम गहलोत का आभार भी व्यक्त किया. उन्होंने आश्वस्त किया कि सहकारिता के माध्यम से सबके लिए सहयोग की भावना से काम करते हुए किसानों को मजबूती प्रदान की जाएगी. आंजना ने मांग की है कि जो गौण मंडियां कोरोना काल के दौरान शुरू की गई है, उन्हें शुरू रखा जाए, जिससे किसानों को अधिकतम लाभ मिल सके.

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लोकार्पण समारोह में जिला कलेक्टर चेतनराम देवड़ा, पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव, अतिरिक्त जिला कलेक्टर मुकेश कलाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरिता सिंह, नगर परिषद सभापति संदीप शर्मा, पूर्व विधायक सुरेन्द्रसिंह जाड़ावत और प्रकाश चौधरी, कांग्रेस नेता बिरदीचन्द मोची, चन्देरिया थानाधिकारी अनिल जोशी सहित कई अधिकारी और कार्मिक मौजूद रहे.

कोरोना संक्रमण की रोकथाम पर रहा सीएम गहलोत का फोकस
अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने श्वेत क्रांति और हरित क्रांति का जिक्र करते हुए किसानों को ऋण माफी का लाभ दिलाने के सरकार के वादा पूरा करने का जिक्र किया. उन्होंने बताया कि अब तक 20 लाख किसानों का कर्जा माफ किया जा चुका है. राष्ट्रीयकृत बैंकों का 6 हजार करोड़ रुपये का ऋण केंद्र की स्वीकृति के कारण माफ नहीं हो पाया है. सत्ता में आने के बाद सरकार ने पिछली सरकार का 6 हजार करोड़ रुपये का ऋण भी चुकाया है. इसके साथ ही सीएम गहलोत ने अपने उद्बोधन में ज्यादा फोकस कोरोना से बचाव किया है.

उन्होंने कहा कि कोरोना के मामले में राजस्थान की स्थिति बेहतर है. राजस्थान अपने पड़ोसी राज्यों को 5 लाख टेस्ट प्रतिदिन करने की स्वीकृति दे चुका है, लेकिन आने वाले दिनों में संक्रमितों की संख्या करोड़ों में जा सकती है. भारत में संक्रमितों की संख्या बढ़ने से अब भारत विश्व में तीसरे स्थान पर आ चुका है. इसके लिए जरूरी है कि लोग नियमों का पालन करें और विभाग जागरूकता कार्यक्रमों पर पूरा ध्यान दें, जिससे संक्रमण रोका जा सके.

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