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Bhilwara Rape Case Exposed : मूक-बधिर से दुष्कर्म का खुलासा, एक आरोपी के DNA का मिलान...भीलवाड़ा में हुई थी घटना

मूक-बधिर के साथ हुई दुष्कर्म की घटना के मामले का चित्तौड़गढ़ पुलिस ने खुलासा किया है. मामले में दो संदिग्ध डिटेन किए थे, जिनमें से एक का डीएनए से मिलान (DNA Matching in Bhilwara Deaf Girl Rape Case) हो गया है. यह पूरा घटनाक्रम भीलवाड़ा के प्रतापनगर में हुआ था, इसलिए भीलवाड़ा पुलिस अग्रिम कार्रवाई करेगी...

Chittorgarh Police Busted Bhilwara Rape Case
मूक-बधिर से दुष्कर्म का खुलासा
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Published : Jan 28, 2022, 8:48 PM IST

चित्तौड़गढ़. भीलवाड़ा मूक-बधिर प्रकरण मामले में पुलिस अधीक्षक प्रीति जैन ने बताया कि (SP Preeti Jain on Bhilwara Gang Rape Case) भीलवाड़ा चिकित्सालय में यह मूक-बधिर भर्ती हुई थी, जिसने चित्तौड़गढ़ जिले के गंगरार उपखंड क्षेत्र में दुष्कर्म होने की बात कही थी. पीड़िता के बयान के आधार पर चित्तौड़गढ़ की साडास थाने में अज्ञात के विरुद्ध सामूहिक दुष्कर्म का प्रकरण दर्ज किया गया.

पुलिस ने बयान के आधार पर मौका देख वीडियोग्राफी करवाई व आस-पड़ोस के लोगों से भी घटना की जानकारी ली. इधर, पीड़िता के रेप सम्बन्धी मेडिकल मुआयाना हुआ तो उसके ढाई से तीन माह का गर्भ होने से भ्रूण व रक्त के सैम्पल डीएनए मिलान के लिए (DNA Matching in Bhilwara Deaf Girl Rape Case) प्रिजर्व करवाए. मामले में आरोपित की गिरफ्तारी को लेकर उप महानिरीक्षक पुलिस राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिम्मत सिंह देवल के नेतृत्व में टीम का गठन किया.

मूक-बधिर से दुष्कर्म का खुलासा

उच्च अधिकारियों व टीम ने मौका देखा व भीलवाडा पहुंच (rape with deaf girl Bhilwara) पीड़िता और परिजनों से घटना की जानकारी ली. पुलिस जांच में सामने आया कि पीड़िता पूर्व में भीलवाड़ा की प्रतापनगर थाना क्षेत्र में आने वाली कॉलोनी में एक अन्य मकान में किराए पर परिवार के साथ रहती थी. आरोपी पोड़ोसी का पीड़िता के घर आना जाना था. पीड़िता से टीम के सदस्यों ने पुनः पूछताछ की तो उसने दुष्कर्म की घटना के संकेत बताए. इधर, टीम की जांच में आरोपी पड़ोसी व इसके साथी पर संदेह हुआ.

पढ़ें : भीलवाड़ा मूक बधिर प्रकरण मामला चित्तौड़गढ़ जिले के साडास थाने में दर्ज हुआ दर्ज

पढ़ें : भीलवाड़ा में मानवता शर्मसार: मूक-बधिर युवती से गैंगरेप

चित्तौड़गढ़ पुलिस ने मुखबीर की सूचना पर दो सन्दिग्धों को डिटेन किया. गहन पूछताछ में आरोपियों ने पीड़िता के साथ उसके पुराने किराए के मकान व बाड़े के पास सामूहिक दुष्कर्म करना स्वीकार किया. इस पर पुलिस ने दोनों आरोपियों के डीएनए मिलान के लिए ब्लड सैम्पल लिए और प्रिजर्व कराए. गुण व ब्लड सैम्पल का आपस में डीएनए मिलान व डीएनए प्रोफाइल तैयार कराने सैम्पल विधि विज्ञान प्रयोगशाला जयपुर भेजे.

पढ़ें : भीलवाड़ा में मूक बधिर युवती से गैंगरेप का मामला: बाल आयोग ने लिया संज्ञान, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश

पढ़ें : मूक-बधिर युवती से दुष्कर्म मामला: सांसद जोशी ने पीड़िता के परिजनों से की बात...बोले- पुलिस तय नहीं कर पाई कि मामला चित्तौड़गढ़ में दर्ज होगा या भीलवाड़ा में

डीएनए जांच रिपोर्ट शुक्रवार को मिली, जिसमें पीड़िता के भ्रूण व ब्लड सैम्पल के डीएनए से संदिग्ध अरोपी के डीएनए से मिलान हुआ. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पीड़िता के चिकित्सालय से छुट्टी होने पर पीड़िता के शुक्रवार को न्यायालय में धारा 164 के करवाए हैं. वहीं, जांच में घटना भीलवाड़ा के प्रतापनगर थाना इलाके के पटेल नगर में होना सामने आया है. ऐसे में भीलवाड़ा पुलिस अग्रिम कार्रवाई करेगी.

चित्तौड़गढ़. भीलवाड़ा मूक-बधिर प्रकरण मामले में पुलिस अधीक्षक प्रीति जैन ने बताया कि (SP Preeti Jain on Bhilwara Gang Rape Case) भीलवाड़ा चिकित्सालय में यह मूक-बधिर भर्ती हुई थी, जिसने चित्तौड़गढ़ जिले के गंगरार उपखंड क्षेत्र में दुष्कर्म होने की बात कही थी. पीड़िता के बयान के आधार पर चित्तौड़गढ़ की साडास थाने में अज्ञात के विरुद्ध सामूहिक दुष्कर्म का प्रकरण दर्ज किया गया.

पुलिस ने बयान के आधार पर मौका देख वीडियोग्राफी करवाई व आस-पड़ोस के लोगों से भी घटना की जानकारी ली. इधर, पीड़िता के रेप सम्बन्धी मेडिकल मुआयाना हुआ तो उसके ढाई से तीन माह का गर्भ होने से भ्रूण व रक्त के सैम्पल डीएनए मिलान के लिए (DNA Matching in Bhilwara Deaf Girl Rape Case) प्रिजर्व करवाए. मामले में आरोपित की गिरफ्तारी को लेकर उप महानिरीक्षक पुलिस राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिम्मत सिंह देवल के नेतृत्व में टीम का गठन किया.

मूक-बधिर से दुष्कर्म का खुलासा

उच्च अधिकारियों व टीम ने मौका देखा व भीलवाडा पहुंच (rape with deaf girl Bhilwara) पीड़िता और परिजनों से घटना की जानकारी ली. पुलिस जांच में सामने आया कि पीड़िता पूर्व में भीलवाड़ा की प्रतापनगर थाना क्षेत्र में आने वाली कॉलोनी में एक अन्य मकान में किराए पर परिवार के साथ रहती थी. आरोपी पोड़ोसी का पीड़िता के घर आना जाना था. पीड़िता से टीम के सदस्यों ने पुनः पूछताछ की तो उसने दुष्कर्म की घटना के संकेत बताए. इधर, टीम की जांच में आरोपी पड़ोसी व इसके साथी पर संदेह हुआ.

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चित्तौड़गढ़ पुलिस ने मुखबीर की सूचना पर दो सन्दिग्धों को डिटेन किया. गहन पूछताछ में आरोपियों ने पीड़िता के साथ उसके पुराने किराए के मकान व बाड़े के पास सामूहिक दुष्कर्म करना स्वीकार किया. इस पर पुलिस ने दोनों आरोपियों के डीएनए मिलान के लिए ब्लड सैम्पल लिए और प्रिजर्व कराए. गुण व ब्लड सैम्पल का आपस में डीएनए मिलान व डीएनए प्रोफाइल तैयार कराने सैम्पल विधि विज्ञान प्रयोगशाला जयपुर भेजे.

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डीएनए जांच रिपोर्ट शुक्रवार को मिली, जिसमें पीड़िता के भ्रूण व ब्लड सैम्पल के डीएनए से संदिग्ध अरोपी के डीएनए से मिलान हुआ. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पीड़िता के चिकित्सालय से छुट्टी होने पर पीड़िता के शुक्रवार को न्यायालय में धारा 164 के करवाए हैं. वहीं, जांच में घटना भीलवाड़ा के प्रतापनगर थाना इलाके के पटेल नगर में होना सामने आया है. ऐसे में भीलवाड़ा पुलिस अग्रिम कार्रवाई करेगी.

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