चितौड़गढ़. जिला कलक्टर केके शर्मा ने ग्रामीण विकास सभागार में राजस्व अधिकारियों की बैठक ली. इस दौरान सामने आया कि जिले में बड़ी संख्या में प्रकरण लंबित चल रहे हैं. इस पर चिंता व्यक्त करते हुए जिला कलेक्टर शर्मा ने मानवीय पहलुओं को अधिकारियों के सामने रखते हुए सहयोग का आग्रह किया.
अधिकारियों ने जिला कलेक्टर को इस मामले में गंभीरता बरतने का आश्वासन दिया. एडीएम (भूमि अवाप्ति) अम्बालाल मीणा के अलावा सभी उपखंड अधिकारी और तहसीलदार मौजूद रहे. कलक्टर शर्मा ने बैठक में कहा कि हर फ़ाइल में किसी व्यक्ति की पीड़ा छिपी होती है. अत: सभी मिल कर प्रकरणों का निस्तारण कर लोगों को राहत प्रदान करें.
कलक्टर ने राजस्थान संपर्क पोर्टल और राईट टू सीएम से आने वाले प्रकरणों को गंभीरता से लेने को कहा. तो वहीं उपखंड अधिकारियों और तहसीलदारों ने भी विश्वास दिलाया कि सभी पेंडिंग मामलों का वे जल्द निस्तारण कर देंगे.
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बैठक में जिले के अधीनस्थ राजस्व न्यायालयों के प्रकरण, कृषि भूमि का अकृषि उपयोग सम्बन्धी प्रकरण, राजस्थान काश्तकारी अधिनियम 1955 की धारा 175 के अंतर्गत आने वाले प्रकरण, इजराय प्रकरण, गैर खातेदारी को खातेदार अधिकार दिए जाने सम्बन्धी प्रकरण आदि कई प्रकार के प्रकरणों को लेकर कलक्टर ने समीक्षा की.
कलक्टर ने अधिकारियों से कहा कि वे कोई भी बात होने पर प्रॉपर रेस्पोंड करें. तभी आमजन को राहत मिल सकती है. कलक्टर ने यह भी कहा कि अगर डिटरमिनेशन के साथ काम करें तो सफलता लक्ष्य जरुर पूरे होंगे. एडीएम मीणा ने कहा कि अधिकारी रोज़ संपर्क पोर्टल खोलें, प्रकरणों का समाधान करें और तय समय सीमा का ध्यान रखें. इस मौके पर मौजूद सभी अधिकारियों ने कलक्टर के निर्देशानुसार सभी मामलों का शीघ्र निस्तारण करने का आश्वासन दिया.