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निजी अस्पताल में महिला की मौत पर हंगामा, परिजनों का आरोप डॉक्टरों ने पथरी की जगह बच्चेदानी का किया ऑपरेशन

चितौड़गढ़ में प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टरों की घोर लापरवाही सामने आई है. डॉक्टरों ने पथरी के ऑपरेशन के लिए भर्ती महिला की बच्चेदानी निकाल दी. जिससे अत्यधिक खून बह जाने की वजह से उस महिला की मौत हो गई. उसके बाद परिजनों का गुस्सा फूटा.

निजी अस्पताल में महिला की मौत पर हंगामा
निजी अस्पताल में महिला की मौत पर हंगामा
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Published : May 31, 2023, 8:17 AM IST

Updated : May 31, 2023, 8:45 AM IST

चित्तौड़गढ़. शहर के प्रताप नगर क्षेत्र में स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में मंगलवार शाम ऑपरेशन के दौरान एक विवाहिता की मौत के बाद हंगामा हो गया. घटना के बाद चिकित्सक ऑपरेशन थिएटर छोड़कर भाग गए. परिजनों का आरोप है कि पथरी का ऑपरेशन कराने आए थे लेकिन डॉक्टरों ने बच्चेदानी का ऑपरेशन कर दिया. हंगामा बढ़ता देख किसी ने पुलिस को इसकी सूचना दी और सदर पुलिस मौके पर पहुंच गई. देर रात तक परिजनों ने महिला का शव नहीं उठाया.

इधर मृतक के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है. परिजनों ने हॉस्पिटल के खिलाफ लिखित शिकायत दी है. राशमी थाना अंतर्गत चटावटी गांव निवासी हजारी लाल गाडरी की पत्नी 40 वर्षीय रत्नी देवी को पेट दर्द की शिकायत थी. परिजनों की मानें तो पति हजारीलाल उसे लेकर 2 दिन पहले लक्ष्य हॉस्पिटल पहुंचा. जहां सोनोग्राफी में 3 एमएम की पथरी का पता चला. हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने ऑपरेशन के लिए रत्नी देवी को कल यानी 29 मई को भर्ती कर लिया. मंगलवार शाम करीब 4:00 बजे डॉ रत्नीदेवी को ऑपरेशन थिएटर में ले गए, लेकिन कुछ समय बाद ही डॉक्टर वहां से निकल गए. ऐसा होता देखकर परिवार के लोग आशकित हो उठे. कुछ समय बाद पता चला कि रत्नी देवी की मौत हो गई. पति हजारी का कहना था कि पथरी की बजाए डॉक्टरों ने बच्चेदानी का ऑपरेशन कर दिया. अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उसकी पत्नी की मौत हो गई. हॉस्पिटल के डॉक्टर यह देख कर मौके से फरार हो गए.

करीब शाम 5 बजे हजारी को घटना का पता लगा तो वह सदमे में बेहोश हो गया. वहीं परिवार के लोगों में रोना धोना मच गया. सूचना पर जिला परिषद सदस्य कांग्रेस के युवा नेता प्रकाश जाट सहित क्षेत्र के लोग हॉस्पिटल पहुंचे और हंगामा कर दिया. वे लोग हॉस्पिटल के संचालक को बुलाने पर अड़े थे लेकिन घटना के बाद कोई भी वहां नहीं पहुंचा. यहां तक कि संचालक सहित डॉक्टरों ने भी अपने फोन स्वीच ऑफ कर लिए. इससे लोगों में आक्रोश और भी बढ़ गया. सदर पुलिस थाने से सहायक पुलिस उपनिरीक्षक सुरेंद्र सिंह पुलिस बल के साथ हॉस्पिटल पहुंचे.

पढ़ें अस्पताल की लापरवाही: दो मासूम 72 घंटे से मां के आंचल से दूर, लड़की को नहीं अपनाना चाह रहे परिवार

जिला परिषद सदस्य प्रकाश जाट के अनुसार हॉस्पिटल द्वारा ऑपरेशन के लिए बाहर से डॉक्टर बुलाए जाते हैं. रत्नी देवी की मौत का कारण भी यही था. पथरी के बजाय बाहर से बुलाए गए डॉक्टरों ने बच्चेदानी का ऑपरेशन कर दिया जबकि हॉस्पिटल में इस प्रकार की कोई व्यवस्था ही नहीं है. परिवार के लोगों ने हॉस्पिटल प्रबंधन के खिलाफ पुलिस को लिखित शिकायत दी. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है. आज बुधवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद ही महिला की मौत के कारण स्पष्ट हो पाएंगे. इस बारे में हॉस्पिटल प्रबंधन के लोगों से बातचीत करने की कोशिश की गई लेकिन नर्सिंग स्टाफ के अलावा हॉस्पिटल में कोई भी नहीं था. इस बारे में अपना पक्ष रखने के लिए कोई भी तैयार नहीं था.

चित्तौड़गढ़. शहर के प्रताप नगर क्षेत्र में स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में मंगलवार शाम ऑपरेशन के दौरान एक विवाहिता की मौत के बाद हंगामा हो गया. घटना के बाद चिकित्सक ऑपरेशन थिएटर छोड़कर भाग गए. परिजनों का आरोप है कि पथरी का ऑपरेशन कराने आए थे लेकिन डॉक्टरों ने बच्चेदानी का ऑपरेशन कर दिया. हंगामा बढ़ता देख किसी ने पुलिस को इसकी सूचना दी और सदर पुलिस मौके पर पहुंच गई. देर रात तक परिजनों ने महिला का शव नहीं उठाया.

इधर मृतक के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है. परिजनों ने हॉस्पिटल के खिलाफ लिखित शिकायत दी है. राशमी थाना अंतर्गत चटावटी गांव निवासी हजारी लाल गाडरी की पत्नी 40 वर्षीय रत्नी देवी को पेट दर्द की शिकायत थी. परिजनों की मानें तो पति हजारीलाल उसे लेकर 2 दिन पहले लक्ष्य हॉस्पिटल पहुंचा. जहां सोनोग्राफी में 3 एमएम की पथरी का पता चला. हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने ऑपरेशन के लिए रत्नी देवी को कल यानी 29 मई को भर्ती कर लिया. मंगलवार शाम करीब 4:00 बजे डॉ रत्नीदेवी को ऑपरेशन थिएटर में ले गए, लेकिन कुछ समय बाद ही डॉक्टर वहां से निकल गए. ऐसा होता देखकर परिवार के लोग आशकित हो उठे. कुछ समय बाद पता चला कि रत्नी देवी की मौत हो गई. पति हजारी का कहना था कि पथरी की बजाए डॉक्टरों ने बच्चेदानी का ऑपरेशन कर दिया. अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उसकी पत्नी की मौत हो गई. हॉस्पिटल के डॉक्टर यह देख कर मौके से फरार हो गए.

करीब शाम 5 बजे हजारी को घटना का पता लगा तो वह सदमे में बेहोश हो गया. वहीं परिवार के लोगों में रोना धोना मच गया. सूचना पर जिला परिषद सदस्य कांग्रेस के युवा नेता प्रकाश जाट सहित क्षेत्र के लोग हॉस्पिटल पहुंचे और हंगामा कर दिया. वे लोग हॉस्पिटल के संचालक को बुलाने पर अड़े थे लेकिन घटना के बाद कोई भी वहां नहीं पहुंचा. यहां तक कि संचालक सहित डॉक्टरों ने भी अपने फोन स्वीच ऑफ कर लिए. इससे लोगों में आक्रोश और भी बढ़ गया. सदर पुलिस थाने से सहायक पुलिस उपनिरीक्षक सुरेंद्र सिंह पुलिस बल के साथ हॉस्पिटल पहुंचे.

पढ़ें अस्पताल की लापरवाही: दो मासूम 72 घंटे से मां के आंचल से दूर, लड़की को नहीं अपनाना चाह रहे परिवार

जिला परिषद सदस्य प्रकाश जाट के अनुसार हॉस्पिटल द्वारा ऑपरेशन के लिए बाहर से डॉक्टर बुलाए जाते हैं. रत्नी देवी की मौत का कारण भी यही था. पथरी के बजाय बाहर से बुलाए गए डॉक्टरों ने बच्चेदानी का ऑपरेशन कर दिया जबकि हॉस्पिटल में इस प्रकार की कोई व्यवस्था ही नहीं है. परिवार के लोगों ने हॉस्पिटल प्रबंधन के खिलाफ पुलिस को लिखित शिकायत दी. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है. आज बुधवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद ही महिला की मौत के कारण स्पष्ट हो पाएंगे. इस बारे में हॉस्पिटल प्रबंधन के लोगों से बातचीत करने की कोशिश की गई लेकिन नर्सिंग स्टाफ के अलावा हॉस्पिटल में कोई भी नहीं था. इस बारे में अपना पक्ष रखने के लिए कोई भी तैयार नहीं था.

Last Updated : May 31, 2023, 8:45 AM IST
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