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Peacock found dead: 7 मोर मृत मिलने से फैली सनसनी, इस बीमारी से हुई मौत - मोरों की मौत रानीखेत बीमारी के कारण

केकड़ी में शनिवार को खेतों में 7 मोर मृत पाए गए हैं. चिकित्सकों के अनुसार मोरों की मौत की वजह रानीखेत बीमारी है.

7 peacocks found dead in Ajmer
Peacock found dead: 7 मोर मृत मिलने से फैली सनसनी, इस बीमारी से हुई मौत
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Published : May 6, 2023, 4:56 PM IST

अजमेर. केकड़ी में जयपुर रोड़ पर स्थित खेतों में शनिवार को 7 मोर मृत मिलने से सनसनी फैल गई. 5 नर व 2 मादा मोर मृत मिले हैं. सूचना मिलने पर वन विभाग व पशु चिकित्सा विभाग की टीम मौके पर पहुंची हैं.

जानकारी के अनुसार जयपुर रोड़ पर आदर्श कॉलोनी में खेतों की झाड़ियों में महेन्द्र माली व अरविन्द माली ने खेतों में मृत मोर पड़े होने की सूचना दी. सूचना मिलने पर क्षेत्रीय वन अधिकारी दीपक चौधरी, वनपाल दुर्गालाल शर्मा, वनरक्षक बजरंग जाट व सांवतसिंह ने मृत मोरों को एक स्थान पर एकत्रित कर सभी मोरों को केकड़ी स्थित वनपाल चौकी पहुंचाया. जहां तीन डॉक्टरों की टीम ने मृत मोरों का पोस्टमार्टम किया. पोस्टमार्टम में संजय कुमार व विजय साहू ने सहयोग किया.

पढ़ेंः अचेत मिले 7 में से 5 मोरों की मौत, ग्रामीणों ने लगाया इलाज नहीं करवाने का आरोप

रानीखेत बीमारी से हुई मौत-वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ नरेन्द्र चौहान ने बताया कि मोरों की मौत रानीखेत बीमारी के कारण हुई है. उन्हांने बताया कि यह एक वायरस जनित रोग है. पोस्टमार्टम के दौरान प्रारंभिक पुष्टि हुई है. प्रायः यह बीमारी पोल्ट्री फॉर्म में रहने वाले मुर्गे व मुर्गियों में पाई जाती है. लेकिन कुछ दिन से यह बीमारी जंगली पक्षियों में भी होने लगी है. डॉक्टर नरेन्द्र चौहान ने बताया कि वन विभाग के सहयोग से पक्षियों के आगमन स्थल पर रखे पानी के परिण्डो में रानीखेत से बचाव के लिए दवा डालने का अभियान शुरु किया गया है. हाल ही धौलपुर के विक्रमपुरा में 5 मोर मृत अवस्था में मिले.

अजमेर. केकड़ी में जयपुर रोड़ पर स्थित खेतों में शनिवार को 7 मोर मृत मिलने से सनसनी फैल गई. 5 नर व 2 मादा मोर मृत मिले हैं. सूचना मिलने पर वन विभाग व पशु चिकित्सा विभाग की टीम मौके पर पहुंची हैं.

जानकारी के अनुसार जयपुर रोड़ पर आदर्श कॉलोनी में खेतों की झाड़ियों में महेन्द्र माली व अरविन्द माली ने खेतों में मृत मोर पड़े होने की सूचना दी. सूचना मिलने पर क्षेत्रीय वन अधिकारी दीपक चौधरी, वनपाल दुर्गालाल शर्मा, वनरक्षक बजरंग जाट व सांवतसिंह ने मृत मोरों को एक स्थान पर एकत्रित कर सभी मोरों को केकड़ी स्थित वनपाल चौकी पहुंचाया. जहां तीन डॉक्टरों की टीम ने मृत मोरों का पोस्टमार्टम किया. पोस्टमार्टम में संजय कुमार व विजय साहू ने सहयोग किया.

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रानीखेत बीमारी से हुई मौत-वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ नरेन्द्र चौहान ने बताया कि मोरों की मौत रानीखेत बीमारी के कारण हुई है. उन्हांने बताया कि यह एक वायरस जनित रोग है. पोस्टमार्टम के दौरान प्रारंभिक पुष्टि हुई है. प्रायः यह बीमारी पोल्ट्री फॉर्म में रहने वाले मुर्गे व मुर्गियों में पाई जाती है. लेकिन कुछ दिन से यह बीमारी जंगली पक्षियों में भी होने लगी है. डॉक्टर नरेन्द्र चौहान ने बताया कि वन विभाग के सहयोग से पक्षियों के आगमन स्थल पर रखे पानी के परिण्डो में रानीखेत से बचाव के लिए दवा डालने का अभियान शुरु किया गया है. हाल ही धौलपुर के विक्रमपुरा में 5 मोर मृत अवस्था में मिले.

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