चित्तौड़गढ़. मेवाड़ के प्रमुख देवी मंदिरों में शामिल दुर्ग स्थित कालिका माता मंदिर में अज्ञात भक्तों ने करीब 15 किलो चांदी से निर्मित पिछवाई धारण करवाई गई (15 kg silver donation in Kalika Mata Mandir) है. कालिका माता मंदिर के महंत राम नारायण पुरी ने बताया कि डेढ़ वर्ष पहले एक भक्त मंदिर पहुंचे था. उन्होंने अपनी एक मनोकामना पूर्ण होने के उपलक्ष में मंदिर में कोई भेंट चढ़ाने की इच्छा जताई थी.
चर्चा के बाद भक्त को माता के मंदिर में चांदी से निर्मित पिछवाई चढ़ाने की अनुमति दी गई. वे कल फिर मंदिर पहुंचे. उनके साथ जोधपुर के कुछ कारीगर भी थे. भक्त ने मंदिर मंडल से पिछवाई धारण कराए जाने की अनुमति मांगी. जिस पर तत्काल ही निर्णय करते हुए रात्रि को पिछवाई धारण करवाई गई. 3 कारीगर लगातार 5 घंटे तक पिछवाई लगाने के काम में जुटे रहे. कारीगरों ने कालिका माता की प्रतिमा के पीछे और अखंड दीपकों के पीछे चांदी की पिछवाई लगाई.
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पिछवाई के बीच में ओम और आकर्षक मयूर उकेरे गए हैं. इसके साथ ही विभिन्न फूल पत्तियां भी दर्शाई गई हैं. चांदी की पिछवाई से प्रतिमाओं का रूप निखरा सा लग रहा है. महंत राम नारायण पुरी ने बताया पिछवाई लगाने वाले भक्त ने अपना नाम गुप्त रखने का आग्रह किया है. आपको बता दें कि इसकी कीमत करीब साढे़ सात लाख रुपए से अधिक आंकी गई है.