जयपुर. जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने बताया कि बाजार में बिकने वाली फल सब्जियों में कई लोग मानकों के विपरीत केमिकल से उन्हें पकाने का प्रयास करते हैं. उसके लिए भी जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर एक कार्य योजना तैयार की है.
यादव ने बताया कि फल और सब्जियों को जल्दी पकाने और उन्हें अच्छा दिखाने के लिए केमिकल का प्रयोग किया जाता है. यह केमिकल लोगों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है. फल और सब्जियों को अधिक ताजा दिखाने के लिए उन पर कलर भी कर दिया जाता है. जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने बताया कि यह कार्य योजना मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के निर्देशन में चलाई जाएगी.
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की 7 करोड़ की लागत से तैयार लैब फल और सब्जियों की जांच करेगी. लैब में जांच के बाद यह बताया जाएगा कि फल और सब्जियों पर किस तरह के केमिकल का उपयोग किया गया है और उसकी मात्रा कितनी है.
जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने बताया कि इससे पहले फल और सब्जियों के उत्पादकों, थोक विक्रेताओं और रिटेलर को जागरूक किया जाएगा. उसके बाद सामान की सैंपलिंग की जाएगी और उसकी लैब में जांच की जाएगी. यदि मानक निर्धारित मापदंड के विपरीत मिलते हैं तो सभी के चालान भी काटे जाएंगे. यादव ने कहा कि इसमें कृषि विभाग को भी शामिल किया जाएगा. इससे लोगों को शुद्ध और ताजे फल और सब्जियां मिल सकेंगे.