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एमबीएस अस्पताल में प्रशासन की नाक के नीचे खून के दलाल सक्रिय, मरीज के परिजन को खून बेचते एक को पकड़ा

कोटा के एमबीएस अस्पताल में प्रशासन की नाक के नीचे खून के दलाल सक्रिय हैं. यह ग्रामीण परिवेश से आने वाले मरीजों को मिलीभगत से अपने झांसे में लेते हैं और उन्हें खून दिलाने के जरिए हजारों रुपए लूट लेते हैं.

पुलिस हिरासत में ब्लड डोनर
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Published : May 25, 2019, 9:25 AM IST

Updated : May 25, 2019, 10:09 AM IST

कोटा. जिले के एमबीएस अस्पताल की नाक के नीचे खून बेचने का गोरखधंधा पनप रहा है. बता दें कि इन दलालों के पास बाकायदा डोनर की व्यवस्था भी रहती है. अस्पताल में पुलिस चौकी होने के बावजूद भी दलाल बेखौफ होकर गरीब भोलेभाले मरीजों और तीमारदारों से रुपये वसूल रहे हैं.

दरअसल, ऐसा ही मामला एमबीएस अस्पताल में सामने आया है. जिसमें बूंदी के गणेशपुरा निवासी 19 वर्षीय युवती को टाइफाइड की शिकायत पर 23 मई को अस्पताल में भर्ती करवाया गया. चिकित्सकों ने उसके ब्लड चढ़ाने की बात कही.

एमबीएस अस्पताल में खून के दलाल सक्रिय

परिजनों का आरोप है कि वार्ड में मौजूद किसी व्यक्ति ने 1600 रुपए में ब्लड का इंतजाम कराने की बात कही. इसके बाद जब परिजनों ने पैसे दे दिए तब ब्लड की व्यवस्था हुई. इस बीच किसी ने इसकी शिकायत एमबीएस पुलिस चौकी में कर दी.

जिसके बाद पुलिस ने ब्लड डोनर को हिरासत में ले लिया, लेकिन मौका पाकर दलाल फरार हो गया. डोनर कमल यादव ने बताया कि उसे रूपयों की जरूरत थी. दलाल ने खून देने के बदले उसे पैसे देने की बात कही थी. वह दलाल को नहीं जानता है. फिलहाल पुलिस ने कमल को हिरासत में लिया है और आगे की कार्रवाई और पूरे मामले की पड़ताल में जुटी हुई है.

कोटा. जिले के एमबीएस अस्पताल की नाक के नीचे खून बेचने का गोरखधंधा पनप रहा है. बता दें कि इन दलालों के पास बाकायदा डोनर की व्यवस्था भी रहती है. अस्पताल में पुलिस चौकी होने के बावजूद भी दलाल बेखौफ होकर गरीब भोलेभाले मरीजों और तीमारदारों से रुपये वसूल रहे हैं.

दरअसल, ऐसा ही मामला एमबीएस अस्पताल में सामने आया है. जिसमें बूंदी के गणेशपुरा निवासी 19 वर्षीय युवती को टाइफाइड की शिकायत पर 23 मई को अस्पताल में भर्ती करवाया गया. चिकित्सकों ने उसके ब्लड चढ़ाने की बात कही.

एमबीएस अस्पताल में खून के दलाल सक्रिय

परिजनों का आरोप है कि वार्ड में मौजूद किसी व्यक्ति ने 1600 रुपए में ब्लड का इंतजाम कराने की बात कही. इसके बाद जब परिजनों ने पैसे दे दिए तब ब्लड की व्यवस्था हुई. इस बीच किसी ने इसकी शिकायत एमबीएस पुलिस चौकी में कर दी.

जिसके बाद पुलिस ने ब्लड डोनर को हिरासत में ले लिया, लेकिन मौका पाकर दलाल फरार हो गया. डोनर कमल यादव ने बताया कि उसे रूपयों की जरूरत थी. दलाल ने खून देने के बदले उसे पैसे देने की बात कही थी. वह दलाल को नहीं जानता है. फिलहाल पुलिस ने कमल को हिरासत में लिया है और आगे की कार्रवाई और पूरे मामले की पड़ताल में जुटी हुई है.

Intro:कोटा.
कोटा के एमबीएस अस्पताल में प्रशासन की नाक के नीचे खून के दलाल सक्रिय हैं. यह ग्रामीण परिवेश से आने वाले मरीजों को मिलीभगत से अपने झांसे में लेते हैं और उन्हें खून दिलाने के जरिए हजारों रुपए लूट लेते हैं. इसके लिए दलाल के पास बाकायदा डोनर की व्यवस्था भी रहती है, अस्पताल की नाक के नीचे खून बेचने का ये गोरखधंधा पनप रहा है, अस्पताल में पुलिस चौकी होने के बावजूद भी दलाल बेखौफ होकर गरीब भोले वाले मरीजों और तीमारदारों से रुपए वसूल रहे हैं.



Body:दरअसल, ऐसा ही मामला एमबीएस अस्पताल में सामने आया है, जिसमें बूंदी जिले के गणेशपुरा निवासी 19 वर्षीय युवती को टाइफाइड में निमोनिया की शिकायत पर 23 मई को अस्पताल में भर्ती करवाया. चिकित्सकों ने उसके लिए ब्लड के लिए लिखा. परिजनों का आरोप है कि वार्ड में मौजूद किसी व्यक्ति ने 1600 रुपए में ब्लड का इंतजाम कराने के बाद ब्लड की व्यवस्था करने की बात कही. इसके बाद जब हमने पैसे दे दिए तब ब्लड की व्यवस्था हुई. इस बीच किसी ने इसकी शिकायत एमबीएस पुलिस चौकी में कर दी. पुलिस ने ब्लड देने वाले डोनर को हिरासत में ले लिया, लेकिन मौका पाकर दलाल फरार हो गया. डोनल कमल यादव ने बताया कि उसे रूपयों की जरूरत थी, दलाल ने खून देने के बदले उसे पैसे देने की बात कही थी, वह दलाल को नहीं जानता है. फिलहाल पुलिस ने कमल को हिरासत में लिया हुआ है और आगे की कार्रवाई और पूरे मामले की पड़ताल में जुटी हुई है.


Conclusion:पैकेज में बाइट का क्रम
बाइट-- रामलाल, मरीज महिला का परिजन
बाइट-- कमल यादव, पुलिस हिरासत में ब्लड डोनर

नोट-- इस खबर का पैकेज मेल के द्वारा kota_marij_blood_sale_issue स्लग से भेज दिया है.
Last Updated : May 25, 2019, 10:09 AM IST
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