जयपुर. राजधानी में मंगलवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय में सावरकर की जयंती मनाई गई. जिसके चलते पाठ्यक्रम में बदलाव के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान की भी शुरुआत की. खुद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी ने पार्टी मुख्यालय में लगे वीर सावरकर वीर थे और रहेंगे स्लोगन लिखे होल्डिंग्स पर हस्ताक्षर कर अभियान की शुरुआत की.
बता दें कि इससे पहले पार्टी मुख्यालय में वीर सावरकर के चित्र पर भाजपा नेताओं ने पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया. कार्यक्रम के दौरान मीडिया से मुखातिब हुए पार्टी प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी से जब पूछा गया कि पहली बार वीर सावरकर की जयंती का आयोजन प्रदेश मुख्यालय में करने के पीछे भाजपा का मकसद क्या है तो सैनी बोले कि देश में पहली बार किसी सरकार ने स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के आगे से वीर शब्द हटाया है तो क्या भाजपा मुख्यालय में यह नई शुरुआत नहीं हो सकती.
स्कूली पाठ्यक्रम में वीर सावरकर के इतिहास से जुड़े तथ्य को तोड़ मरोड़ कर पेश करने पर ले कर जब विवाद हुआ तो भाजपा के कई नेताओं ने इसमें प्रदेश सरकार को घेरने का काम किया लेकिन मंगलवार को जब प्रदेश भाजपा मुख्यालय में वीर सावरकर की जयंती का आयोजन किया गया. इस पुष्पांजलि कार्यक्रम में जयपुर से जुड़े मौजूदा भाजपा विधायक और सांसद ही नदारद रहे.
कार्यक्रम में मौजूदा विधायक कालीचरण सराफ, अशोक लाहोटी और नरपत सिंह राजवी शामिल नहीं हुए. वहीं नवनिर्वाचित जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा भी इस कार्यक्रम से नदारद रहे. हालांकि बावजूद इसके पार्टी के स्तर पर पाठ्यक्रम में बदलाव के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान का आगाज कर दिया गया. अगले 7 दिन तक शहर के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में युवा मोर्चा के जरिए अभियान चलाया जाएगा ताकि आमजन इस पूरे मामले में जागरूक हो सके.