अजमरे. एमडीएस विश्वविद्यालय बजाए छात्राओं की पीड़ा को समझने के उनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई की बात कर रहा है. मामला अजमेर में एमडीएस विश्वविद्यालय से जुड़े कुचामन सिटी के बीआर काबरा महिला शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान का है. दरअसल छात्राओं ने वर्ष 2018 में सेकंड ईयर की परीक्षा दी. लेकिन इनकी ओएमआर शीट जांचना और उसके अंक विश्वविद्यालयों को भेजना कॉलेज भूल गया. नतीजा इन छात्राओं को विश्वविद्यालय ने परीक्षा में अनुपस्थित माना. अब यह छात्राएं पिछले कुछ महीनों से कॉलेज और विश्वविद्यालय के चक्कर लगा रही है. लेकिन इनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है. जिससे परेशान होकर अब इन छात्राओं ने आत्महत्या करने की चेतावनी दी है.
इस पूरे मामले में विश्वविद्यालय परीक्षा नियंत्रक एस दत्ता का अपना तर्क है. उनका कहना है कि इस पूरे मामले में छात्राओं का कोई दोष नहीं है. लेकिन नियमों का हवाला देते हुए इस मामले में इन छात्राओं की मदद से उन्होंने साफ इंकार किया है. अब इन छात्राओं को यह परीक्षा इस साल दोबारा देनी होगी. जिसकी वजह से छात्राओं का पूरा एक साल बर्बाद हो जाएगा.