बूंदी. कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान बंद हुआ तारागढ़ फोर्ट करीब 5 महीने बाद पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है. इतने दिनों तक बंद रहे इस फोर्ट में आशापुरा माता ट्रस्ट द्वारा कई महलों और ऐतिहासिक चीजों पर कार्य करवाया गया है. लंबे वक्त बाद फोर्ट में कारीगरों द्वारा कार्य करवाया जा रहा है, जिससे विरासत को बचाया जा सके. जीर्णोद्धार के फैसले के बाद सोमवार को तारागढ़ फोर्ट को आमजन के लिए खोल दिया गया है.
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तारागढ़ फोर्ट के प्रबंधक जेपी शर्मा ने बताया कि फोर्ट में वर्तमान में जीर्णोद्धार कार्य करवाया जा रहा है, जिसमें रंग- रोगन और पुरानी कलाकृतियों को वापस उनके मूल स्वरूप में लौटाने का कार्य शामिल है. इसमें हाथीपोल, नोठान, बारादरी, रतन दोतल, छत्र-महल, बादल-महल, जनाना-महल और झूला चौक आदि का जीर्णोद्धार किया गया है. जीर्णोद्धार के साथ ही काफी वर्षों से बंद पड़े हुए हिस्से को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है.
प्रबंधक जेपी शर्मा ने कहा कि अब यहां कोविड 19 की एडवाइजरी की पालना के साथ ही पर्यटकों को प्रवेश दिया जाएगा. साथ ही फोर्ट में पौधारोपण और गार्डन निर्माण करवाया जा रहा है. पर्यटकों के लिए फोर्ट का अत्यधिक आकर्षक लुक वर्तमान में नजर आया है. प्रवेश करने से पूर्व पर्यटकों की थर्मल स्क्रीनिंग करवाई जा रही है.
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बता दें कि 1200 ईसवी में बूंदी गढ़ पैलेस का निर्माण करवाया गया था और आजादी के बाद पहली बार बूंदी गढ़ फोर्ट का निर्माण कार्य शुरु किया गया है, जिसमें अधिकतर जगहों को वापस मूल स्वरूप में लाया जा रहा है. अलवर के पूर्व सांसद भंवर जितेंद्र सिंह भी फोर्ट के आधुनिकीकरण मामले में दिलचस्पी दिखा रहे हैं. देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को बूंदी की विरासत अच्छी दिखे और वो बूंदी की विरासत की तारीफ करें, उसी को ध्यान में रखते हुए निर्माण कार्य को गति दी जा रही है. यहां की कलाकृतियों को मूल स्वरूप में लाने का प्रयास किया जा रहा है.