बूंदी: एक परिवार के चार लोगों को सांप के काटने का मामला सामने आया है. इसके बाद महिला की मौत हो गई है. जबकि 3 बच्चे जीवन और मौत के बीच में संघर्ष कर रहे हैं. घटना बुधवार रात (11 अगस्त) की बताई जा रही है. जानकारी के मुताबिक महिला बच्चों समेत एक ही कमरे में जमीन पर सो रही थी. आशंका है कि सोते वक्त ही सांप ने उन्हें काटा. घटना बूंदी जिले के गुड़ानाथावन गांव की है.
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तबियत बिगड़ने पर वो चिकित्सकों के पास Food Poisoning की शिकायत लेकर पहुंचे. हालत बिगड़ने लगी तो उन्हें कोटा रैफर किया गया. जहां परिजन ने अंदेशा जताया कि उसने घर के बाहर सांप को रेंगते देखा था. तब चिकित्सकों ने स्नेक बाइट के अनुसार जांच की, तो बच्चों के स्नेक बाइट के निशान भी शरीर पर मिले हैं. अब एंटी स्नेक वेनम के जरिए उपचार किया जा रहा है.
मृतक महिला का नाम निर्मला है. उसके तीन बच्चे प्रदीप, समीक्षा और यश सर्प दंश से जिन्दगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं. परिजनों ने बताया कि तबियत बिगड़ने पर रात को उन्हें आनन-फानन में बूंदी के निजी अस्पताल ले जाया गया. चिकित्सकों ने फूड प्वाइजनिंग का मामला समझ इलाज शुरू किया. लेकिन हालात बेहतर नहीं हुए तो बच्चों को और महिला को कोटा रैफर कर दिया.
कोटा के बीच दादाबाड़ी स्थित निजी अस्पताल में ले जाया गया. जहां पर इनकी तबीयत बिगड़ती रही. जिसके बाद उन्हें कोटा शहर के ही झालावाड़ रोड स्थित निजी अस्पताल ले जाया गया. यहीं पर परिजनों से अच्छी तरह पूछताछ के बाद चिकित्सकों ने बच्चों के शरीर पर स्नेक बाइट के निशान देखे और इलाज उसी आधार पर शुरू कर दिया. मर्ज पकड़े जाने तक बच्चों की मां निर्मला की मौत हो गई.
मृतक का 12 वर्षीय बेटा उसे वेंटिलेटर सपोर्ट पर है. प्रदीप के घर पर आए हुए बुआ के 5 वर्षीय बेटे यश और 8 वर्षीय समीक्षा की भी हालत गंभीर बनी हुई है. कोटा के सर्प विशेषज्ञ विनीत महोबिया ने बताया कि स्नेक करैत प्रजाति का था, जो कि एक साथ ही कई लोगों पर भी अटैक कर देता है. यह लोग जमीन पर ही सोए हुए थे.