बूंदी. शहर में पिछले एक माह के भीतर व्यापारी और आमजन के साथ लूट, चोरी, डकैती की वारदातें घटित हुई लेकिन इन मामलों में बूंदी पुलिस कि ओर से कोई कार्रवाई नहीं हो पाई. ऐसे में शहर में बढ़ती लूट डकैती की घटनाएं और शहर में हो रही आपराधिक वारदातों पर अंकुश लगाने की मांग को लेकर रविवार को विभिन्न संगठन से जुड़े व्यापारियों ने बैठक की. जहां बैठक में जमकर बूंदी पुलिस कार्यशैली पर सवाल उठाये गए.
व्यापारियों ने कहा है कि शहर में इन दिनों भय का माहौल चल रहा है और बदमाश सरेआम किसी को भी अपना निशाना बना रहे हैं लेकिन उनके खिलाफ पुलिस कुछ कार्रवाई नहीं कर पा रही है इसी को लेकर अब व्यापार संगठन सामने आए हैं और आमजन के साथ प्रदर्शन करने की तैयारी में है.
उनका कहना है कि 5 जुलाई के पहले जिले में हो रही वारदातों पर अंकुश लगाया जाए और उन वारदातों का पर्दाफास किया जाए, शहर के बंद सीसीटीवी कैमरों को शुरू करवाया जाए अन्यथा 5 जुलाई को व्यापारी और आमजन पुलिस के खिलाफ लामबंद होकर प्रदर्शन करेगें.
ये हुई बड़ी वारदातें
5 जून को शहर के सर्राफा व्यापारी से 15 लाख की लूट की गुत्थी पुलिस सुलझा नही पाई है. जैन मंदिर में मूर्ति चोरी का खुलासा नही कर पाई है. इंद्रा मार्केट में सरेआम एक आभूषण की दुकान से चोरी की वारदात पुलिस नहीं सुलझा पाई है. वहीं शहर में अधिकांश इलाकों में सुने मकानों और खड़ी बाइकों को निशाना बनाया गया, लंका गेंट पर दुकानों के ताले तोड़ने जैसी घटनाएं सामने आई. इन सब के बावजूद पुलिस वारदातों पर अंकुश नहीं लगा पाई और ना ही इनका खुलासा कर पाई. इससे पुलिस की कार्यशैली को लेकर आमजन में आक्रोश है.
बैठक में यह रणनीति तय की गई कि 5 जुलाई को शहर के आजाद पार्क से विभिन्न संगठन के व्यापारी और आमजन शामिल होंगे और विशाल प्रदर्शन करते हुए जिला कलेक्ट्रेट पहुंचेंगे और वहां शहर में बढ़ती वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा और बूंदी पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा.