बूंदी. उद्योग एवं राजकीय उपक्रम विभाग मंत्री और बूंदी जिला प्रभारी मंत्री परसादी लाल मीणा सोमवार को बूंदी दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने कोरोना मामलों को लेकर अधिकारियों की बैठक ली.
मंत्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बूंदी प्रशासन कोरोना के मामले को लेकर सतर्क है. अस्पताल में पहले बेड और ऑक्सीजन की कमी रहती थी, लेकिन अब नहीं है. उन्होंने कहा कि सामाजिक संस्थानों से जुड़े लोग भी प्रशासन की लगातार मदद कर रहे हैं. बूंदी जिले की हर सीएससी-पीएससी पर कोविड केयर सेंटर बनाए गए हैं और ग्रामीण इलाकों में फैल रहे कोरोना रोकथाम के प्रयास किए जा रहे हैं. मीणा ने कहा कि बूंदी में लॉकडाउन की सख्ती से पालना की जा रही है.
मंत्री की ओर से बूंदी प्रशासन को हरी झंडी दी जाना चर्चा का विषय बना रहा. जबकि अस्पताल में व्यवस्थाएं डगमगाई हुई है. बूंदी अस्पताल में नया आईसीयू वार्ड भी बनकर तैयार है, लेकिन वह भी शुरू नहीं हुआ है. बूंदी से गंभीर मरीजों को कोटा रेफर किया जा रहा है.
प्रभारी मंत्री परसादी लाल ने कहा कि भले ही केंद्र सरकार राजस्थान में वैक्सीन की डोज नहीं भेज पा रही हो, लेकिन राज्य सरकार ने ग्लोबल टेंडर कर राजस्थान में वैक्सीन उपलब्ध करवा रही है. सरकार का मकसद है कि पूरा धन खाली क्यों ना हो जाए, लेकिन इस महामारी से निपटने के लिए सरकार हर संभव मदद कर रही है.
बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे. बैठक में सरकार की ओर से कोरोना गाइडलाइन के मुताबिक खोली जा रही उचित मूल्यों की दुकानों के बारे में भी जानकारी ली. बूंदी में अब तक करीब 200 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर जन सहयोग से उपलब्ध करवाए जा चुके हैं. जिले में जन सहयोग के माध्यम से सुबह-शाम इंदिरा रसोई योजना के तहत खाना उपलब्ध करवाया जा रहा है.