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मंत्री अशोक चांदना को बर्खास्त किए जाने की मांग पर अड़े विद्युत कर्मचारी, 3 दिन का अल्टीमेटम

खेल मंत्री अशोक चांदना द्वारा बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता जेपी मीणा से मारपीट और गाली गलौज का मामला थमता नजर नहीं आ रहा है. विवाद को लेकर विद्युत कर्मचारी कार्रवाई करने की मांग पर अड़े हुए हैं.

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Published : Feb 22, 2019, 9:44 AM IST

बूंदी. खेल मंत्री अशोक चांदना के खिलाफनैनवा थाने में शिकायतदी गई है, लेकिन अभी तक पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया है, जिससे वह ठगा सा महसूस कर रहे हैं, वहीं उन्होंने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि 3 दिन के अंदर मंत्री के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई नहीं की और उन्हें मंत्री पद से हटाया नहीं गया तो पूरे प्रदेश में आंदोलन किया जाएगा और विद्युत सप्लाई बंद कर दी जाएगी. आंदोलनकारी कमर्चारियों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौपा हैं और प्रदर्शन कर मंत्री अशोक चांदना के खिलाफ जमकर मुर्दाबाद के नारे लगाए.


जयपुर विद्युत डिस्कॉम से जुड़े पदाधिकारी गोविंद सिंह ने बताया कि मंत्री को चुनने में प्रदेश के कर्मचारियों का भी योगदान रहा है. वो मंत्री होकर अपनी पद की गरिमा में रहे और अपने पद की गरिमा समझें. इस तरीके से कर्मचारियों के लिए भाषा का प्रयोग करना गलत है. इस तरह की भाषा को कर्मचारी नहीं सहेगा और संविधान में जो विरोध करने का तरीका होगा, उस तरीके से विरोध किया जाएगा.
इस मांग को लेकर विभाग लगातार मंत्री पर कार्रवाई की मांग कर रहा है और अब लामबंद होकर प्रदर्शन कर रहा है.

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उन्होंने बताया कि जिला कलेक्टर से एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी और जिला कलेक्टर के आश्वासन के बाद कोई प्रदर्शन नहीं किया था, लेकिन अभी तक समय के बाद भी मंत्री के खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई, जिससे ठगा सा महसूस कर रहे हैं.


उन्होंने कहा कि बिजली विभाग से जुड़े जितने भी संगठन हैं, उनको एक मंच पर लेकर प्रदेश में मंत्री के इस व्यवहार को का विरोध करने की तैयारी कर ली है और प्रदेश के 13 जिलों में रोज संवैधानिक तरीके से प्रदर्शन करेंगे और सरकार को 3 दिन का अल्टीमेटम दे दिया है इस अल्टीमेटम के बाद प्रदेश की बिजली व्यवस्था को ठप कर देंगे. इसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी. उन्होंने कहा कि जब चिकित्सक संवैधानिक हड़ताल करके चिकित्सा व्यवस्था को बंद कर सकता है तो हम क्यों नहीं इस व्यवस्था को बंद कर सकते.

विद्युत विभाग के कर्मचारी


बता दें कि 2 दिन पूर्व मंत्री अशोक चांदना ने बूंदी विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता जेपी मीणा को हिंडोली के फतेहपुरा गांव में बुलाकर तैनात फील्डर मुकेश सैनी सस्पेंड करने को कहा था. जांच में दोषी पाए जाने पर ही विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने कार्रवाई की बात कही. लेकिन ये बात मंत्री अशोक चांदना को बात अच्छी नहीं लगी और उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारी के साथ जमकर गाली गलौज की. साथ ही मारपीट करने पर भी उतारू हो गए. इससे संबंधित 8 मिनट का ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है.

बूंदी. खेल मंत्री अशोक चांदना के खिलाफनैनवा थाने में शिकायतदी गई है, लेकिन अभी तक पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया है, जिससे वह ठगा सा महसूस कर रहे हैं, वहीं उन्होंने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि 3 दिन के अंदर मंत्री के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई नहीं की और उन्हें मंत्री पद से हटाया नहीं गया तो पूरे प्रदेश में आंदोलन किया जाएगा और विद्युत सप्लाई बंद कर दी जाएगी. आंदोलनकारी कमर्चारियों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौपा हैं और प्रदर्शन कर मंत्री अशोक चांदना के खिलाफ जमकर मुर्दाबाद के नारे लगाए.


जयपुर विद्युत डिस्कॉम से जुड़े पदाधिकारी गोविंद सिंह ने बताया कि मंत्री को चुनने में प्रदेश के कर्मचारियों का भी योगदान रहा है. वो मंत्री होकर अपनी पद की गरिमा में रहे और अपने पद की गरिमा समझें. इस तरीके से कर्मचारियों के लिए भाषा का प्रयोग करना गलत है. इस तरह की भाषा को कर्मचारी नहीं सहेगा और संविधान में जो विरोध करने का तरीका होगा, उस तरीके से विरोध किया जाएगा.
इस मांग को लेकर विभाग लगातार मंत्री पर कार्रवाई की मांग कर रहा है और अब लामबंद होकर प्रदर्शन कर रहा है.

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उन्होंने बताया कि जिला कलेक्टर से एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी और जिला कलेक्टर के आश्वासन के बाद कोई प्रदर्शन नहीं किया था, लेकिन अभी तक समय के बाद भी मंत्री के खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई, जिससे ठगा सा महसूस कर रहे हैं.


उन्होंने कहा कि बिजली विभाग से जुड़े जितने भी संगठन हैं, उनको एक मंच पर लेकर प्रदेश में मंत्री के इस व्यवहार को का विरोध करने की तैयारी कर ली है और प्रदेश के 13 जिलों में रोज संवैधानिक तरीके से प्रदर्शन करेंगे और सरकार को 3 दिन का अल्टीमेटम दे दिया है इस अल्टीमेटम के बाद प्रदेश की बिजली व्यवस्था को ठप कर देंगे. इसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी. उन्होंने कहा कि जब चिकित्सक संवैधानिक हड़ताल करके चिकित्सा व्यवस्था को बंद कर सकता है तो हम क्यों नहीं इस व्यवस्था को बंद कर सकते.

विद्युत विभाग के कर्मचारी


बता दें कि 2 दिन पूर्व मंत्री अशोक चांदना ने बूंदी विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता जेपी मीणा को हिंडोली के फतेहपुरा गांव में बुलाकर तैनात फील्डर मुकेश सैनी सस्पेंड करने को कहा था. जांच में दोषी पाए जाने पर ही विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने कार्रवाई की बात कही. लेकिन ये बात मंत्री अशोक चांदना को बात अच्छी नहीं लगी और उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारी के साथ जमकर गाली गलौज की. साथ ही मारपीट करने पर भी उतारू हो गए. इससे संबंधित 8 मिनट का ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है.

Intro:बूंदी में खेल मंत्री अशोक चांदना द्वारा बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता जेपी मीणा के बीच हुई मारपीट व गाली गलौज का मामला थमता हुआ नजर नहीं आ रहा है।

विवाद पर विद्युत कर्मचारी कार्रवाई करने की मांग पर अड़े हुए हैं और उन्होंने नैनवा थाने में मामले कि रिपोर्ट भी दी है लेकिन अभी तक पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया है जिससे वह ठगा सा महसूस कर रहे हैं वहीं उन्होंने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि 3 दिन के अंदर मंत्री के खिलाफ पुलिस कार्रवाई नहीं हुई एवं उन्हें मंत्री पद से हटाया नहीं गया तो हम पूरे प्रदेश में आंदोलन करेंगे और बिजली को बंद कर देंगे ।


Body:जयपुर विद्युत डिस्कॉम से जुड़े पदाधिकारी गोविंद सिंह ने बताया कि मंत्री को चुनने में प्रदेश के कर्मचारियों का भी योगदान रहा है वह मंत्री होकर अपनी पद की गरिमा में रहे ओर अपने पद की गरिमा समझे इस तरीके से कर्मचारियों के लिए भाषा का प्रयोग करना गलत है ।

साथ ही इस तरह की भाषा को कर्मचारी नहीं सहेगा और संविधान में जो विरोध करने का तरीका होगा उस तरीके से विरोध करेगा। हमने कल ही जिला कलेक्टर को एफ आई आर दर्ज करने की मांग की थी और जिला कलेक्टर के आश्वासन पर हम ने आज कोई प्रदर्शन नहीं किया था लेकिन अभी तक समय के बाद भी मंत्री के खिलाफ कोई एफ आई आर दर्ज नहीं हुई है जिससे हम ठगा सा महसूस कर रहे हैं ।

हमने बिजली विभाग से जुड़े जितने भी संगठन हैं उनको एक मंच पर लेकर प्रदेश में मंत्री के इस व्यवहार को का विरोध करने की तैयारी कर ली है और प्रदेश के 13 जिलों में रोज संवैधानिक तरीके से प्रदर्शन करेंगे और सरकार को हमने 3 दिन का अल्टीमेटम दे दिया है इस अल्टीमेटम के बाद हम प्रदेश की बिजली व्यवस्था को ठप कर देंगे।

जिसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी जब उन्होंने कहा कि जब चिकित्सक संवैधानिक हड़ताल करके चिकित्सा व्यवस्था को बंद कर सकता है तो हम क्यों नहीं इस व्यवस्था को बंद कर सकते ।

आंदोलनकारी कमर्चारियों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौपा है और प्रदर्शन कर मंत्री अशोक चांदना के खिलाफ जमकर मुर्दाबाद के नारे लगाए है ।


Conclusion:आपको बता दें कि 2 दिन पूर्व मंत्री अशोक चांदना ने बूंदी विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता जेपी मीणा को हिंडोली के फतेहपुरा गांव में बुलाकर तैनात फील्डर मुकेश सैनी सस्पेंड करने को कहा था लेकिन जांच में दोषी पाए जाने पर ही विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने कार्रवाई की बात कही थी लेकिन यह मंत्री को बात ना गवार साबित हुई और उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारी के साथ जमकर गाली गलौज की और मारपीट करने पर उतारू हो गए ।

इससे संबंधित पूरा घटनाक्रम सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ और मंत्री की 8 मिनट की ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है ।। इसी को मांग को लेकर विभाग लगातार मंत्री पर कार्रवाई की मांग कर रहा है और अब लामबंद होकर प्रदर्शन कर रहा है अब देखना होगा कि मंत्री पर सरकार किस तरीके की कार्रवाई करती है और कब आक्रोशित विभाग के अधिकारी शांत होते हैं ।

बाईट :- गोविंद सिंह , पदाधिकारी ,
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