बूंदी (नैनवां). जिले के नैनवां उपखंड क्षेत्र के खानिका गांव निवासी बुजुर्ग मोरपाल का 7 दिन से लापता थे. इस मामलें में शुक्रवार को परिजनों ने प्रदर्शन किया. वहीं, दूसरी ओर तालाब में तैरता बुजुर्ग का शव मिला. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची देई थाना पुलिस ने शव को तालाब से बाहर निकलवाया और अपने कब्जे में लिया.
बता दें कि मोरपाल के कपड़े 7 दिन पहले गांव के ही तालाब के नजदीक पड़े हुये मिले थे. जिस पर परिजनों ने मोरपाल के तालाब में डुबने का शक जताया था. जिस पर पुलिस और सिविल डिफेंस की टीम ने 3 दिन तक रेस्क्यू भी चलाया था. लेकिन मोरपाल का कोई सुराग नहीं लगा.
वहीं, शुक्रवार को मोरपाल का शव तालाब में तैरता हुआ मिला. मृतक के परिजनों ने बुजुर्ग की हत्या की आशंका जताते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. जिस पर देई थाना पुलिस ने मामला संदिग्ध मानते हुये शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया है.
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परिजनों ने कहा कि जब तीन दिन तक तालाब में पुलिस और सिविल डिफेंस की टीम ने बुजुर्ग को बोट से पूरे तालाब में तलाशा लेकिन इसके बाद भी कही कोई सुराग नहीं मिला. जिसके बाद शुक्रवार की सुबह नाराज परिजनों ओर ग्रामीणों ने नैनवां बूंदी मार्ग पर जाम लगा दिया. जिसको पुलिस ने समझाइस कर हटवा दिया था. जाम हटने के बाद करीब 1घंटे बाद ग्रामीणों को मृतक का शव तालाब में तैरता नजर आया. जिससे परिजनों ने मृतक की हत्या कर शव तालाब मे फेकने की आशंका जताई है.