बूंदी. एसीबी कार्यालय में शुक्रवार को जन संवाद कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठन, विभिन्न व्यापार मंडल, आमजन ने भाग लिया. कार्यक्रम में भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर आयोजित हुए इस जनसंवाद कार्यक्रम में खुलकर लोगों ने अपने भ्रष्टाचार को लेकर विचार व्यक्त किए. इस जन संवाद में कई लोग ऐसे थे, जो कई बार सरकारी विभाग में अधिकारियों को काम कराने के नाम पर रिश्वत दे चुके थे, उन्होंने खुलकर अपनी पीड़ा में रखी.
इस दौरान कई मामले ऐसे भी सामने आए, जिन्हें सुनकर अधिकारी दंग रह गए. उन पीड़ितों ने बताया कि काफी लंबे समय से रिश्वत नहीं देने के चलते मामले रुके पड़े हैं और जो रिश्वत दे देता है, उनका काम जल्दी हो जा रहे है. संवाद में सवालों का जवाब पुलिस उपाधीक्षक तरुण कांत सोमानी द्वारा दिया गया और उन्हें कानूनी रास्ता में बताया गया है.
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के उपाधीक्षक तरुण कांत सोमानी ने कहा कि रिश्वत लेने वाला और देने वाला दोनों ही दोषी होते हैं. किसी भी काम के लिए अगर हमें कोई परेशानी आ रही है और कोई परेशान कर रहा है तथा रिश्वत की मांग कर रहा है तो उस व्यक्ति के विरुद्ध एसीबी के टोल फ्री नंबर पर रिपोर्ट दी और रिपोर्ट दर्ज कराई जा सकती है. ताकि संबंधित व्यक्ति रिश्वत लेते पकड़ा जाए. वर्तमान में कई विभागों में भ्रष्टाचार के मामले उजागर हो रहे हैं. प्रदेश के कई स्थानों पर रिश्वत लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं. शिकायतकर्ता का नाम यदि वह गुप्त रखना चाहे तो वह भी एसीबी द्वारा किया जा रहा है.
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यह बात सच है कि भ्रष्टाचार इतना है, जो किसी से छिपा नहीं है. सरकारी विभागों में लगातार भ्रष्टाचार के मामले आए दिन सामने आते रहते हैं. एसीबी कार्रवाई कर गिरफ्तार भी करती है, लेकिन नतीजन अभी तक भी भ्रष्टाचार के मामले खत्म नहीं हुए हैं. जब एसीबी ने आमजन से भ्रष्टाचार के मामले में जनसंवाद कार्यक्रम रखा तो लोगों ने अपनी पीड़ा को उजागर करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. आयोजित हुई इस जनसंवाद कार्यक्रम में तीन मामले ऐसे लोगों ने सामने रखे हैं, जिन पर ऐसे भी कार्रवाई करने के मूड में भी नजर आ रही है. ऐसा दवा बूंदी एसीबी द्वारा किया गया है.