बूंदी. कोटा उत्तर के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल के नेतृत्व में आज सैकड़ों किसानों ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. इस दौरान पूर्व विधायक गुंजल ने किसानों के विरुद्ध दर्ज मुकदमे 3 दिन में वापस नहीं लेने की सूरत में बेमियादी पड़ाव डालने की चेतावनी दी. किसानों की सभा को संबोधित करने के दौरान अचानक आई बारिश के बावजूद भी किसान डटे रहे.
जानकारी के अनुसार किसानों के खिलाफ दर्ज मुकदमों के विरोध में जिला कलेक्ट्रेट के बाहर जाम लगाकर नाराजगी जाहिर की. किसानों के प्रतिनिधि मंडल ने दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग को लेकर कलेक्टर एसपी को जिला कलेक्ट्रेट में पहुंचकर ज्ञापन दिया. दरअसल सदर थाना क्षेत्र के सिलोर गांव के पास स्थित जीएसएस पर बिजली की आपूर्ति नियमित नहीं होने से परेशान किसानों ने पहुंचकर हंगामा किया था, आक्रोशित किसानों ने सिलोर के जीएसएस पर तोड़फोड़ करते हुए वहां तैनात कर्मचारियों के साथ बदसलूकी करते हुए मारपीट कर दी थी.
मामले की सूचना पाकर मौके पर सदर थाना पुलिस व सहायक पुलिस अधीक्षक कुंदन कांवरिया मय जाप्ते के सिलोर जीएसएस पर पहुंचे थे. पुलिस ने विद्युत कर्मचारियों के साथ मारपीट की घटना के बाद तत्परता दिखाते हुए रात में दबिश देकर कई किसानों व ग्रामीणों को गिरफ्तार किया और उनके खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला भी दर्ज किया था.
किसानों के विरुद्ध दर्ज मुकदमों के विरोध में आज कोटा उत्तर के पूर्व विधायक बूंदी पहुंचे, जहां पर उन्होंने सीनियर सैकेंडरी विद्यालय में किसानों और ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे. पुलिस प्रशासन अगर 3 दिन में किसानों के खिलाफ दर्ज मुकदमे पुलिस प्रशासन वापस नहीं लेता है एवं मामले की निष्पक्ष जांच नहीं करता है तो जिला कलेक्ट्रेट के बाहर पड़ाव डाला जाएगा.
गौरतलब है कि सिलोर क्षेत्र के ग्रामीणों के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमों को लेकर कई राजनीतिक संगठनों ने आपत्ति भी दर्ज कराई थी. लेकिन पुलिस ने सिल्वर जीएसएस पर मौका निरीक्षण करने के बाद तत्परता दिखाते हुए डिस्कॉम के कर्मचारियों की रिपोर्ट पर कई ग्रामीणों को गिरफ्तार किया था, उसके बाद से ही क्षेत्र के किसानों में जमकर आक्रोश व्याप्त था. किसानों के खिलाफ दर्ज मुकदमों के विरोध में बीजेपी नेता रूपेश शर्मा के आह्वान पर आज भारी संख्या में जिला मुख्यालय पर किसान एकत्रित हुए एवं दर्ज मुकदमे वापस लेने की पुरजोर मांग की.
किसानों के प्रदर्शन के दौरान एहतियात के तौर पर पुलिस उप अधीक्षक धर्मेंद्र शर्मा, हिंडोली थाना अधिकारी मुकेश मीणा, केशोरायपाटन थाना अधिकारी लोकेंद्र पालीवाल, तालेड़ा थानाधिकारी दिग्विजय सिंह, लाखेरी थाना अधिकारी सुरेश गुर्जर सहित भारी संख्या में पुलिस के जवान तैनात रहे.