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बूंदीः रेलवे में नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगे 1 करोड़ रुपए, खुद को लोको पॉयलट बताने वाला आरोपी तीसरी कक्षा तक पढ़ा है - रेलवे में नौकरी लगवाने वाला ठग गिरफ्तार

बूंदी के केशवरायपाटन में रेलवे में नौकरी लगाने का झांसा देकर 1 करोड़ से अधिक की रकम की ठगी करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. शातिर आरोपी खुद को लोको पायलट बताता था. फर्जी शैक्षणिक प्रमाण पत्र और कॉल लेटर का भी कर देता था जुगाड़.

बूंदी की खबर,  bundi news , केशवरायपाटन में ठग गिरफ्तार,  fraud arrested in Keshavaraipatan
नौकरी का झांसा देकर करोड़ों ठगने वाले ठग गिरफ्तार
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Published : Dec 12, 2019, 3:31 AM IST

केशवरायपाटन (बूंदी). रेलवे में नौकरी लगाने का झांसा देकर एक करोड़ से अधिक की रकम ठगने वाले दो अन्य ठगों को धोखाधड़ी के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया. मुख्य आरोपी को आईटीआई की फर्जी मार्कशीट उपलब्ध करवाने के आरोप में गंगापुर सिटी से गिरफ्तार किया.

नौकरी का झांसा देकर करोड़ों ठगने वाले ठग गिरफ्तार

वहीं, करोली निवासी अनिल गुर्जर को हिंडौन से गिरफ्तार किया. इस मामले में पुलिस तीन आरोपियों को पहले ही जेल भेज चुकी है. बेरोजगार युवकों को रेलवे में नौकरी लगाने का झांसा देकर ठगी करने वाले शातिर बदमाश बोरदामाल निवासी राधाकिशन के पास से पुलिस ने एक रॉयल एनफील्ड बाइक और ब्रेजा कार बरामद की थी.

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बता दें कि बेरोजगार युवाओं को रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपए की ठगी करने के शातिर आरोपी को पुलिस ने गत दिनों गिरफ्तार कर लिया था. थानाधिकारी बुद्धिप्रकाश नामा ने बताया कि ठगी के आरोपी बोरदामाल निवासी राधाकिशन बैरवा (35) को कोटा के कुन्हाड़ी से गिरफ्तार किया गया था. केशवरायपाटन क्षेत्र के कापरेन थाने में परिवादी बोरदामाल निवासी परमेश्वर सिंह ने रिपोर्ट दी थी कि आरोपी ने खुद को लोको पायलट बताते हुए उसे रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा दिया. इसके लिए फर्जी शैक्षणिक प्रमाण पत्र भी जुगाड़ने का भरोसा दिया. इसके बदले 2018 में आरोपी ने परिवादी से तीन लाख रुपए ले लिए. बाद में आरोपी परमेश्वर को आईटीआई का फर्जी प्रमाण पत्र और लोको पायलट का कॉल लेटर देकर फरार हो गया.

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पुलिस जांच के दौरान कापरेन निवासी शकील और बाझडली निवासी शिवप्रकाश मीणा से पांच लाख रुपए की धोखाधड़ी करने की रिपोर्ट मिली. पुलिस ने पीड़ितों को दिए गए आईटीआई प्रमाण पत्र की जांच करवाई तो वे फर्जी निकले. पुलिस ने आरोपी बोरदामाल को कोटा में अम्बेडकर कॉलोनी कुन्हाड़ी से गिरफ्तार कर लिया था. आरोपी वहां लोको पायलट बनकर किराये के कमरे में रह रहा था.

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थानाधिकारी के अनुसार, आरोपी केवल हस्ताक्षर करना जानता है. आरोपी ने बताया कि वह केवल तीसरी कक्षा तक पढ़ा है. पुलिस के अनुसार वह काफी शातिर है. आरोपी ने पूछताछ में कोटा में भी कई युवाओं को रेलवे में नौकरी का झांसा देकर लाखों की ठगी करना कबूला था.

केशवरायपाटन (बूंदी). रेलवे में नौकरी लगाने का झांसा देकर एक करोड़ से अधिक की रकम ठगने वाले दो अन्य ठगों को धोखाधड़ी के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया. मुख्य आरोपी को आईटीआई की फर्जी मार्कशीट उपलब्ध करवाने के आरोप में गंगापुर सिटी से गिरफ्तार किया.

नौकरी का झांसा देकर करोड़ों ठगने वाले ठग गिरफ्तार

वहीं, करोली निवासी अनिल गुर्जर को हिंडौन से गिरफ्तार किया. इस मामले में पुलिस तीन आरोपियों को पहले ही जेल भेज चुकी है. बेरोजगार युवकों को रेलवे में नौकरी लगाने का झांसा देकर ठगी करने वाले शातिर बदमाश बोरदामाल निवासी राधाकिशन के पास से पुलिस ने एक रॉयल एनफील्ड बाइक और ब्रेजा कार बरामद की थी.

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बता दें कि बेरोजगार युवाओं को रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपए की ठगी करने के शातिर आरोपी को पुलिस ने गत दिनों गिरफ्तार कर लिया था. थानाधिकारी बुद्धिप्रकाश नामा ने बताया कि ठगी के आरोपी बोरदामाल निवासी राधाकिशन बैरवा (35) को कोटा के कुन्हाड़ी से गिरफ्तार किया गया था. केशवरायपाटन क्षेत्र के कापरेन थाने में परिवादी बोरदामाल निवासी परमेश्वर सिंह ने रिपोर्ट दी थी कि आरोपी ने खुद को लोको पायलट बताते हुए उसे रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा दिया. इसके लिए फर्जी शैक्षणिक प्रमाण पत्र भी जुगाड़ने का भरोसा दिया. इसके बदले 2018 में आरोपी ने परिवादी से तीन लाख रुपए ले लिए. बाद में आरोपी परमेश्वर को आईटीआई का फर्जी प्रमाण पत्र और लोको पायलट का कॉल लेटर देकर फरार हो गया.

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पुलिस जांच के दौरान कापरेन निवासी शकील और बाझडली निवासी शिवप्रकाश मीणा से पांच लाख रुपए की धोखाधड़ी करने की रिपोर्ट मिली. पुलिस ने पीड़ितों को दिए गए आईटीआई प्रमाण पत्र की जांच करवाई तो वे फर्जी निकले. पुलिस ने आरोपी बोरदामाल को कोटा में अम्बेडकर कॉलोनी कुन्हाड़ी से गिरफ्तार कर लिया था. आरोपी वहां लोको पायलट बनकर किराये के कमरे में रह रहा था.

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थानाधिकारी के अनुसार, आरोपी केवल हस्ताक्षर करना जानता है. आरोपी ने बताया कि वह केवल तीसरी कक्षा तक पढ़ा है. पुलिस के अनुसार वह काफी शातिर है. आरोपी ने पूछताछ में कोटा में भी कई युवाओं को रेलवे में नौकरी का झांसा देकर लाखों की ठगी करना कबूला था.

Intro:रेल्वे में नॉकरी लगाने का झांसा देकर एक करोड़ से अधिक की रकम वसूलने के धोखाधड़ी के मामले पुलिस ने दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया।मुख्य आरोपी को आईटीआई की फर्जी मार्कशीट उपलब्ध करवाने के आरोप में गंगापुर सिटी निवासी अफराज को गंगापुर सिटी से और तवरिया जिला बालाघाट जिला करोली निवासी अनिल गुर्जर को हिंडौन से गिरफ्तार किया।इस मामले में पुलिस तीन आरोपियों को पहले ही जेल भेज चुकी है।बेरोजगार युवकों को रेलवे में नौकरी लगाने का झांसा देकर ठगी करने वाले शातिर बदमाश बोरदामाल निवासी राधाकिशन के पास से पुलिस ने एक रॉयल एनफील्ड बाइक व ब्रेजा कार बरामद की थी।Body:बेरोजगार युवाओं को रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपए की ठगी करने के शातिर आरोपी को पुलिस ने गत दिनों गिरफ्तार कर लिया था। थानाधिकारी बुद्धिप्रकाश नामा ने बताया कि ठगी के आरोपी बोरदामाल निवासी राधाकिशन बैरवा (35) को कोटा के कुन्हाड़ी से गिरफ्तार किया गया था।केशवरायपाटन क्षेत्र के कापरेन थाने में परिवादी बोरदामाल निवासी परमेश्वर सिंह ने रिपोर्ट दी थी कि आरोपी ने खुद को लोको पायलट बताते हुए उसे रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा दिया। इसके लिए फर्जी शैक्षणिक प्रमाण पत्र भी जुगाडऩे का भरोसा दिया। इसके बदले 2018 में आरोपी ने परिवादी से तीन लाख रुपए ले लिए।बाद में आरोपी परमेश्वर को आईटीआई का फर्जी प्रमाण पत्र एवं लोको पायलट का कॉल लेटर देकर फरार हो गया। पुलिस जांच के दौरान कापरेन निवासी शकील तथा बाझडली निवासी शिवप्रकाश मीणा से पांच लाख रुपए की धोखाधड़ी करने की रिपोर्ट मिली। पुलिस ने पीडि़तों को दिए गए आईटीआई प्रमाण पत्र की जांच करवाई तो वे फर्जी निकले। पुलिस ने आरोपी राधाकिशन को कोटा में अम्बेडकर कॉलोनी कुन्हाड़ी से गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी वहां लोको पायलट बनकर किराये के कमरे में रह रहा था।
Conclusion:तीसरी पास, लेकिन बेहद चालक

थानाधिकारी के अनुसार, आरोपी केवल हस्ताक्षर करना जानता है। तीसरी कक्षा तक पढऩा बताया है, लेकिन काफी शातिर है। आरोपी ने पूछताछ में कोटा में भी कई युवाओं को रेलवे में नौकरी का झांसा देकर लाखों की ठगी करना कबूला था।


बाईट-बुद्धिप्रकाश नामा,थानाधिकारी कापरेन
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