बीकानेर. भारत नेपाल सीमा पर उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में तैनात बीकानेर के लूणकरणसर के नाथवाना गांव के निवासी और सशस्त्र सुरक्षा बल में सब इंस्पेक्टर रमेश चौधरी का पार्थिव शरीर मंगलवार को बीकानेर पहुंचा. इस दौरान लोगों ने भारत माता के जयकारों के साथ ही शहीद रमेश चौधरी अमर रहे के नारों से पूरे माहौल को गुंजायमान कर दिया. जानकारी के अनुसार बीकानेर से एसएसबी के अधिकारी और जवान उनकी पार्थिव शरीर को लेकर उनके पैतृक गांव नाथवाना पहुंचे थे. जहां मंगलवार को उनका जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.
बीकानेर के शहीद कैप्टन चन्द्र चौधरी के भाई सीताराम सिहाग ने कहा आज फिर बीकानेर ने अपना एक लाल देश की सेवा के लिए खो दिया. उन्होंने कहा कि रमेश पिछले 10 साल से एसएसबी में थे और कांस्टेबल के पद पर ज्वाइन किया था. लेकिन पिछले साल ही वे विभागीय परीक्षा उत्तीर्ण कर सीधे सब इंस्पेक्टर बने थे और अभी ट्रेनिंग पूरी करने के बाद बीकानेर अपने गांव आए थे. साथ ही बताया कि 2 महीने पहले ही उन्होंने फिर से ज्वाइन किया था.
पढ़ें- कांग्रेस और भाजपा को लगा झटका, दोनों का एक-एक नामांकन खारिज
गौरतलब है कि शहीद रमेश चौधरी उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में भारत नेपाल बॉर्डर पर तैनात थे और रविवार को उनकी मौत हो गई. दरअसल ड्यूटी के दौरान ही चौधरी के क्वार्टर से गोली चलने की आवाज आई और उसके बाद वहां पहुंचे एसएसबी के अधिकारियों को मौके पर उनकी कार्बाइन उनके पलंग के नीचे मिली और उनकी छाती पर गोली लगी हुई थी. जिसकी जांच एसएसबी और स्थानीय पुलिस कर रही है.