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भीलवाड़ा कलेक्टर के डीजे पिकअप गाड़ियों पर रोक के आदेश पर विरोध प्रदर्शन

भीलवाड़ा जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट के जिले में डीजे पिकअप गाड़ी पर रोक लगाने के विरोध में पिकअप डीजे एसोसिएशन व्यापारियों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया.

कलेक्टर के आदेश के विरोध में प्रदर्शन
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Published : Jun 3, 2019, 4:51 PM IST

भीलवाड़ा. जिले में 15 सालों से लगातार चल रहा डीजे पिकअप सिस्टम को जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट के रोक लगाने के बाद सोमवार को विरोध में पिकअप डीजे एसोसिएशन व्यापारियों ने प्रदर्शन किया. वहीं डीजे पिकअप व्यापारियों का कहना है कि इस रोकथाम के कारण पूरे जिले में 25 हजार युवा बेरोजगार हो गए हैं. वहीं इसका खासा असर उनके परिवार पर भी आया है.

व्यापारियों ने किया अपना दर्द बयां
वहीं पिकअप डीजे व्यापारी नारायण गुर्जर ने बताया कि आज दिन तक किसी भी धार्मिक कार्यक्रम में शहर और गांव में समय अवधि माननीय उच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित समय रात 10 बजे बाद नहीं चला है. आज तक किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है. वहीं डीजे गाड़ी बंद करवाने से संपूर्ण जिले से करीब 25 हजार युवा बेरोजगार हो गए. यहां तक कि इस रोकथाम से व्यापारियों के परिवार को भी नुकसान झेलना पड़ रहा है. हमारा परिवार पिकअप डीजे गाड़ियों के कारण चल रहा है.

कलेक्टर के आदेश के विरोध में प्रदर्शन

वहीं दूसरी ओर नरेंद्र रेगर का कहना है कि पिकअप डीजे गाड़ी अपने घर, खेत, आभूषण बेचकर बनवाते हैं. इन गाड़ियों को बनवाने में कम से कम लाखों रुपए का खर्च आ जाता है. परंतु अब यह रोकथाम के बाद व्यापारी को काफी बड़ा नुकसान झेलना पड़ेगा. करीब-करीब सभी व्यापारी यह गाड़ियां किस्तों और डाउन पेमेंट पर बनवाते हैं. जो जिसका ऋण वह इन गाड़ियों से मिले रुपये से चुकाते हैं. अब इन व्यापारियों के लिए इनकी किस्ते जमा करवाना मुश्किल हो जाएगा.

साथ ही व्यापारियों ने मांग रखी कि डीजे पिकअप गाड़ियों की रोकथाम का आदेश है. इसको रोका जाये और इसके लिए कुछ अन्य नियम बनाए जाए. जिसकी हम नियम अनुसार पालना करेंगे. अब देखना यह है कि जिले भर में हो रहे विरोध प्रदर्शन के बाद डीजे पिकअप गाड़ियों के रोकथाम के आदेश बदले जाते हैं या नहीं.

भीलवाड़ा. जिले में 15 सालों से लगातार चल रहा डीजे पिकअप सिस्टम को जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट के रोक लगाने के बाद सोमवार को विरोध में पिकअप डीजे एसोसिएशन व्यापारियों ने प्रदर्शन किया. वहीं डीजे पिकअप व्यापारियों का कहना है कि इस रोकथाम के कारण पूरे जिले में 25 हजार युवा बेरोजगार हो गए हैं. वहीं इसका खासा असर उनके परिवार पर भी आया है.

व्यापारियों ने किया अपना दर्द बयां
वहीं पिकअप डीजे व्यापारी नारायण गुर्जर ने बताया कि आज दिन तक किसी भी धार्मिक कार्यक्रम में शहर और गांव में समय अवधि माननीय उच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित समय रात 10 बजे बाद नहीं चला है. आज तक किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है. वहीं डीजे गाड़ी बंद करवाने से संपूर्ण जिले से करीब 25 हजार युवा बेरोजगार हो गए. यहां तक कि इस रोकथाम से व्यापारियों के परिवार को भी नुकसान झेलना पड़ रहा है. हमारा परिवार पिकअप डीजे गाड़ियों के कारण चल रहा है.

कलेक्टर के आदेश के विरोध में प्रदर्शन

वहीं दूसरी ओर नरेंद्र रेगर का कहना है कि पिकअप डीजे गाड़ी अपने घर, खेत, आभूषण बेचकर बनवाते हैं. इन गाड़ियों को बनवाने में कम से कम लाखों रुपए का खर्च आ जाता है. परंतु अब यह रोकथाम के बाद व्यापारी को काफी बड़ा नुकसान झेलना पड़ेगा. करीब-करीब सभी व्यापारी यह गाड़ियां किस्तों और डाउन पेमेंट पर बनवाते हैं. जो जिसका ऋण वह इन गाड़ियों से मिले रुपये से चुकाते हैं. अब इन व्यापारियों के लिए इनकी किस्ते जमा करवाना मुश्किल हो जाएगा.

साथ ही व्यापारियों ने मांग रखी कि डीजे पिकअप गाड़ियों की रोकथाम का आदेश है. इसको रोका जाये और इसके लिए कुछ अन्य नियम बनाए जाए. जिसकी हम नियम अनुसार पालना करेंगे. अब देखना यह है कि जिले भर में हो रहे विरोध प्रदर्शन के बाद डीजे पिकअप गाड़ियों के रोकथाम के आदेश बदले जाते हैं या नहीं.

Intro:
जिला कलेक्टर द्वारा भीलवाड़ा जिले में डी जे पिकअप गाड़ी पर पर रोक लगाने के विरोध में आज पिकअप डीजे एसोसिएशन व्यापारियों ने जिला कलेक्टर कार्यलय पर प्रदर्शन किया

भीलवाड़ा - जिले में 15 वर्षों से लगातार चल रहा डीजे पिकअप सिस्टम को जिला कलेक्टर द्वारा रोक लगाने के विरोध में आज सोमवार को समस्त पिकअप डीजे एसोसिएशन ने जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया । वही डीजे पिकअप व्यापारियों का कहना है कि इस रोकथाम के कारण संपूर्ण जिले में 25 हजार युवा बेरोजगार हो गए हैं वहीं इसका खासा असर उनके परिवार पर भी आया है ।




Body:


भीलवाड़ा जिले के पिकअप डीजे व्यापारी नारायण गुर्जर ने कहा कि आज दिन तक किसी भी धार्मिक कार्यक्रम में शहर और गांव में समय अवधि माननीय उच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित समय यात्री 10 बजे बाद नहीं चला जाता है आज तक किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है वहीं डीजे गाड़ी बंद करवाने से संपूर्ण जिले से करीब 25 हजार युवा बेरोजगार हो गए । यहां तक कि इस रोकथाम से व्यापारियों के परिवार को भी को भी नुकसान जेलना पड़ रहा है । हमरा परिवार यही पिकअप डी जे गाड़ियों के कारण चल रहा है वहीं दूसरी ओर नरेंद्र रेगर का कहना है कि पिकअप डी जे गाड़ी अपने घर , खेत , आभूषण बेचकर यह गाड़ियां बनवाते हैं इन गाड़ियों को बनवाने में कम से कम लाखों रुपए का खर्च आ जाता है परंतु अब यह रोकथाम के बाद व्यापारी को काफी बड़ा नुकसान झेलना पड़ेगा । करीब-करीब सभी व्यापारी यह गाड़ियां किस्तों और डाउन पेमेंट पर बनवाते हैं जो जिसका ऋण वह इन गाड़ियों से मिले रुपये से चुकाते हैं अब इन व्यापारियों के लिए इनकी किस्ते जमा करवाना मुश्किल हो जाएगा । हमारी मांग है कि डीजे पिकअप गाड़ियों की रोकथाम का आदेश है इसको रोका जाये और इसके लिए कुछ अन्य नियम बनाये जाए जिसकी हम नियम अनुसार पालना करेंगे ।





Conclusion:अब देखना यह है कि जिले भर में हो रहे विरोध प्रदर्शन के बाद डीजे पिकअप गाड़ियों के रोकथाम के आदेश बदले जाते हैं या नहीं ।

ईटीवी भारत के लिए भीलवाड़ा से रवि पायक की रिपोर्ट


बाइट - नारायण गुर्जर , पिकअप व्यापारी

नरेंद्र रेगर , DJ व्यापारी
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