भीलवाड़ा. जिले के करेड़ा पंचायत समिति के थाणा गांव का उप स्वास्थ्य केंद्र में पिछले 7 सालों से एएनएम का पद रिक्त होने से भवन का हाल जर्जर बन चुका हैं. तो वहीं खाली पड़े रहने के कारण यहां रोजाना शाम को शराबियों का जमावड़ा भी लगा रहता है.
बता दें कि थाणा गांव में पिछले 7 साल से एएनएम का पद रिक्त हैं. जिसके कारण उप-स्वास्थ्य केंद्र भवन पूरी तरह जर्जर हो रही है. ग्रामिण का कहना है कि यहां प्रतिदिन शाम को शराबियों का जमावड़ा रहता है. जिससे ग्रामीण भी भयभीत है. ग्रामीणों के प्रशासन और राज्य सरकार को बार-बार शिकायत के बाद भी निराकरण नहीं होने के कारण लोगों में आक्रोश है.
इस कारण ग्रामीणों को मजबूरन इलाज के लिए सामुदायिक चिकित्सालय में जाना पड़ रहा है. राजनेता से लेकर प्रशासन तक गांव के लोगों द्वारा बार-बार शिकायत करने के बाद भी एएनएम के पद पर भर्ती नहीं होने के कारण ग्रामीणों में काफी नाराजगी है.
वही जब ईटीवी भारत की टीम ने हकीकत जानने गांव पंहुची तो गांव के राकेश व्यास ने अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए कहा कि पिछले 7 वर्षों से हमारे गांव में उप स्वास्थ्य केंद्र में एएनम का पद रिक्त है. जिससे हम ग्रामीणों को इलाज के लिए जिला मुख्यालय या तहसील मुख्यालय पर ईलाज के लिए जाना पड़ता हैं. हमने प्रशासन और राजनेता को बार-बार शिकायत करने पर भी इसका निराकरण नहीं हुआ है.
वही बिल्डिंग की देखरेख नहीं होने के कारण बिल्डिंग पूरी तरह ध्वस्त होने की कगार पर है. जिसका फायदा उठाकर शराबियों ने इसे अपना रोजाना के अड्डा बना लिया हैं. असमाजिक तत्वों ने जाली, खिड़की और गेट तक तोड़ ले गये हैं. वही हमारी मांग है कि प्रशासन यहां के रिक्त पद पर किसी एएनएम और जीएनएम को तैनात किया जाए जिससे हम ग्रामीणों को इलाज के लिए दूर-दूर तक भटकना नहीं पड़े .
अब देखना यह होगा कि राज्य सरकार जहां प्रत्येक आदमी को स्वास्थ्य का अधिकार देने की बात कर रही है, वहीं भीलवाड़ा जिले के थाणा गांव के उप स्वास्थ्य केंद्र पर पिछले 7 सालों से रिक्त एएनएम के पद कब भरे जाते हैं.