भीलवाड़ा. भीलवाड़ा में वर्ष 2020 की अंतिम राष्ट्रीय लोक अदालत का शनिवार को आयोजन किया गया. इसमें पारिवारिक, चेक बाउंस, श्रम विभाग, बकाया बिल और भूमि अधिग्रहण के मामलों को निपटाने के लिए जिले भर में 22 बेंच लगाई गई. जिसमें जिला मुख्यालय पर 10 बेंच और तालुका क्षेत्र के लिए 12 बेंच का गठन किया गया.
जिला मुख्यालय पर 1 हजार से अधिक मामलों का निस्तारण किया गया. इसमें विवाहित जोड़ों के आपसी विवाद के मामलों को भी समझाईश के माध्यम से सुलझा कर उन्हें साथ-साथ जीवन यापन करने के लिए प्रेरित किया गया.
पारिवारिक न्यायालय के न्यायाधीश मुकेश भार्गव ने कहा कि शनिवार को आयोजित हुए राष्ट्रीय लोक अदालत महत्वपूर्ण है, क्योंकि कोविड-19 के चलते न्यायालय समय पर नहीं चल पा रहा है. जिससे कई मामले अटके हुए हैं. ऐसे में अधिकांश मामलों को त्वरित गति से निपटाते हुए राष्ट्रीय लोक अदालत लोगों को राहत प्रदान कर रही है.
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लोक अदालत में जिले भर में 22 बेंच से लगाई गई हैं. जिसमें जिला मुख्यालय पर 10 बेंच और तालुका क्षेत्र के लिए 12 बेंचो का गठन किया गया है. राष्ट्रीय लोक अदालत में 50 लाख से अधिक एमएससीटी के मामले, 200 से अधिक एन आई के मामले, लेबर मामले में 6 से 8 लाख तक कैम्पेसेशन के मामलों का निस्तारण किया गया. वही पारिवारिक न्यायालय में 3 जोड़ों को समझाईश के जरिए एक साथ रहने के लिए मनाया गया है.