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भीलवाड़ा में एक बार फिर विवाद की स्थिति, यहां जानिए पूरा मामला... - Hindu Organizations Protested in Bhilwara

राजस्थान के भीलवाड़ा में एक बार फिर विवाद की स्थिति (Controversy in Bhilwara) पैदा हो गई है. मोहर्रम के ताजिये को ठंडा करने को लेकर नई कर्बला के लिए भूमि आवंटन का विरोध शुरू हो गया है. जानिए पूरा मामला...

Hindu Organizations Protested
भीलवाड़ा में एक बार फिर विवाद की स्थिति
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Published : Aug 3, 2022, 8:20 PM IST

भीलवाड़ा. राजस्थान के भीलवाड़ा में एक बार फिर विवाद की स्थिति पैदा हो गई है. मोहर्रम के ताजिये को ठंडा करने के लिए (Preparation for Muharram in Bhilwara) नए कर्बला के लिए भूमि आवंटन का हिंदू संगठनों ने विरोध किया है. बुधवार को शहर में वाहन रैली निकालकर जिला कलेक्ट्रेट व नगर परिषद पर प्रदर्शन किया गया. वहीं, मांगें नहीं मानने पर भीलवाड़ा बंद कर उग्र आंदोलन की चेतावनी तक दे डाली. जबकि दूसरे पक्ष के लोगों ने इस फैसले पर खुशी व्यक्त की है.

दरअसल, भीलवाड़ा शहर के बडला चौराहे पर स्थित कर्बला में वर्षों से मोहर्रम के ताजिये ठंडे किए जा रहे थे, लेकिन इस बार एसीजेएम कोर्ट के एक निर्णय से अब वहां ताजिये ठंडे नहीं किए जा सकेंगे. ऐसे में नगर परिषद द्वारा जिला प्रशासन और ताजिये के लाइसेंस धारकों से बातचीत करके कुवाड़ा रोड पर कब्रिस्तान के पास 3 बीघा भूमि नए कर्बला के लिए आवंटित करने का निर्णय लिया है. नगर परिषद के इस निर्णय से ताजिएदार खुश हैं. मुस्लिम समुदाय का ही एक वर्ग नीलगर समाज पंचायत ने जहां नाखुशी जाहिर की है वहीं विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने भाजपा शासित (Hindu Organizations Protested in Bhilwara) भीलवाड़ा नगर परिषद के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

पुलिस ने क्या कहा...

विश्व हिंदू परिषद के विभाग मंत्री गणेश प्रजापत और जिला मंत्री विजय ओझा ने कहा कि करोड़ों रुपये की नगर परिषद की भूमि एक दिन के मोहर्रम पर ताजिये ठंडे करने के लिए दी जा रही है. हम इसका विरोध करते हैं. जिस प्रकार भगवान गणेश और मां दुर्गा की प्रतिमाएं प्रशासन द्वारा काइन हाउस में विसर्जित की जाती हैं, वही व्यवस्था ताजिये के लिए होनी चाहिए. समाज के दबाव में तुष्टिकरण की नीति के चलते यह फैसला गलत है. हमारे साथ भेदभाव किया जा रहा है. हम इसका विरोध करते हैं. यदि प्रशासन द्वारा यह आवंटन रखा जाता है तो फिर भीलवाड़ा बंद और उग्र आंदोलन होगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.

वहीं, दूसरी तरफ गुलमंडी मुख्य अखाड़ा उस्ताद मोहम्मद आरिफ ने कहा कि कर्बला की जो जमीन प्रशासन ने हमें अलॉट की है, हम प्रशासन के साथ हैं. साफ-सफाई की जा चुकी है, आने वाले वक्त में अच्छा माहौल हो जाएगा और जितने लाइसेंस धारी हैं हम सभी सहमत हैं. वहीं, अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेश गोयल ने कहा कि परंपरागत रूप से भीलवाड़ा शहर में जहां ताजिये ठंडे किए जाते थे, वहां माननीय न्यायालय के स्थगन आदेश आने से हमने एक बेहतर जगह की तलाश की है. यह नगर परिषद की जमीन है. हिंदू संगठनों द्वारा इसका विरोध किए जाने पर गोयल ने कहा कि बैठकर इसका समाधान करेंगे.

पढ़ें : SPECIAL: कोरोना के चलते घटा मोहर्रम के ताजियों का साइज, काम में जुटे कारीगर

पुलिस उप अधीक्षक सदर राम चंद्र ने कहा कि कर्बला की यह नई जगह पुलिस और प्रशासन ने देखी है. वह कानून-व्यवस्था की दृष्टि से और बाकी सभी एंगल से बेस्ट है. हमने मुस्लिम समुदाय के लोगों को विश्वास में लेकर यह तय किया है. यदि किसी समुदाय को इस पर आपत्ति है तो उनसे बात की जाएगी और आपसी सहमति से ही कर्बला में ताजिये ठंडे किए जाएंगे. हमारा निर्णय किसी पर थोपा नहीं जाएगा.

भीलवाड़ा. राजस्थान के भीलवाड़ा में एक बार फिर विवाद की स्थिति पैदा हो गई है. मोहर्रम के ताजिये को ठंडा करने के लिए (Preparation for Muharram in Bhilwara) नए कर्बला के लिए भूमि आवंटन का हिंदू संगठनों ने विरोध किया है. बुधवार को शहर में वाहन रैली निकालकर जिला कलेक्ट्रेट व नगर परिषद पर प्रदर्शन किया गया. वहीं, मांगें नहीं मानने पर भीलवाड़ा बंद कर उग्र आंदोलन की चेतावनी तक दे डाली. जबकि दूसरे पक्ष के लोगों ने इस फैसले पर खुशी व्यक्त की है.

दरअसल, भीलवाड़ा शहर के बडला चौराहे पर स्थित कर्बला में वर्षों से मोहर्रम के ताजिये ठंडे किए जा रहे थे, लेकिन इस बार एसीजेएम कोर्ट के एक निर्णय से अब वहां ताजिये ठंडे नहीं किए जा सकेंगे. ऐसे में नगर परिषद द्वारा जिला प्रशासन और ताजिये के लाइसेंस धारकों से बातचीत करके कुवाड़ा रोड पर कब्रिस्तान के पास 3 बीघा भूमि नए कर्बला के लिए आवंटित करने का निर्णय लिया है. नगर परिषद के इस निर्णय से ताजिएदार खुश हैं. मुस्लिम समुदाय का ही एक वर्ग नीलगर समाज पंचायत ने जहां नाखुशी जाहिर की है वहीं विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने भाजपा शासित (Hindu Organizations Protested in Bhilwara) भीलवाड़ा नगर परिषद के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

पुलिस ने क्या कहा...

विश्व हिंदू परिषद के विभाग मंत्री गणेश प्रजापत और जिला मंत्री विजय ओझा ने कहा कि करोड़ों रुपये की नगर परिषद की भूमि एक दिन के मोहर्रम पर ताजिये ठंडे करने के लिए दी जा रही है. हम इसका विरोध करते हैं. जिस प्रकार भगवान गणेश और मां दुर्गा की प्रतिमाएं प्रशासन द्वारा काइन हाउस में विसर्जित की जाती हैं, वही व्यवस्था ताजिये के लिए होनी चाहिए. समाज के दबाव में तुष्टिकरण की नीति के चलते यह फैसला गलत है. हमारे साथ भेदभाव किया जा रहा है. हम इसका विरोध करते हैं. यदि प्रशासन द्वारा यह आवंटन रखा जाता है तो फिर भीलवाड़ा बंद और उग्र आंदोलन होगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.

वहीं, दूसरी तरफ गुलमंडी मुख्य अखाड़ा उस्ताद मोहम्मद आरिफ ने कहा कि कर्बला की जो जमीन प्रशासन ने हमें अलॉट की है, हम प्रशासन के साथ हैं. साफ-सफाई की जा चुकी है, आने वाले वक्त में अच्छा माहौल हो जाएगा और जितने लाइसेंस धारी हैं हम सभी सहमत हैं. वहीं, अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेश गोयल ने कहा कि परंपरागत रूप से भीलवाड़ा शहर में जहां ताजिये ठंडे किए जाते थे, वहां माननीय न्यायालय के स्थगन आदेश आने से हमने एक बेहतर जगह की तलाश की है. यह नगर परिषद की जमीन है. हिंदू संगठनों द्वारा इसका विरोध किए जाने पर गोयल ने कहा कि बैठकर इसका समाधान करेंगे.

पढ़ें : SPECIAL: कोरोना के चलते घटा मोहर्रम के ताजियों का साइज, काम में जुटे कारीगर

पुलिस उप अधीक्षक सदर राम चंद्र ने कहा कि कर्बला की यह नई जगह पुलिस और प्रशासन ने देखी है. वह कानून-व्यवस्था की दृष्टि से और बाकी सभी एंगल से बेस्ट है. हमने मुस्लिम समुदाय के लोगों को विश्वास में लेकर यह तय किया है. यदि किसी समुदाय को इस पर आपत्ति है तो उनसे बात की जाएगी और आपसी सहमति से ही कर्बला में ताजिये ठंडे किए जाएंगे. हमारा निर्णय किसी पर थोपा नहीं जाएगा.

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