भीलवाड़ा. कोरोना कहर के बीच टेक्सटाइल सिटी भीलवाड़ा की व्यवस्थाएं चरमराने लगी है. जिसके चलते उद्योगपतियों और श्रमिकों के बीच वेतन भुगतान को लेकर विवाद भी सामने आने लगा है. इसी तरह भीलवाड़ा-चित्तौड़गढ़ राजमार्ग पर निजी कंपनी और श्रमिकों के टकराव की खबर सामने आई. जिसमें श्रमिकों ने मार्च और अप्रैल के भुगतान प्रणाली को लेकर प्रदर्शन किया.
वहीं प्रदर्शन के दौरान श्रमिकों ने सोशल डिस्टेंसिंग की खुलकर धज्जियां उड़ाई. इस बात की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और श्रमिकों पर हल्का बल प्रयोग कर उन्हे वहां से हटा दिया. वहीं श्रमिकों ने चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं की जाती तब तक वह काम शुरू नहीं करेंगे.
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इस पर श्रमिक शोएब मंसूरी ने कहा कि हम फैक्ट्री प्रबंधन से मार्च-अप्रैल की तनख्वाह मांग रहे है. लेकिन प्रबंधन ने हमारे खातों में अब तक मार्च माह के 13 दिनों के रुपये ही जमा करवाए हैं. इसके साथ ही प्रबंधन ने हमारे मार्च माह का इंक्रीमेंट तक नहीं बढ़ाया है. जिसके चलते हमें प्रदर्शन करने को मजबूर होने पड़ा.
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वहीं फैक्ट्री के एचआर पारस छाजेड़ ने कहा कि प्रोसर्स हाउस में ना तो अभी कपड़ा बन रहा है और ना ही बिक रहा है. जिसके कारण हमारे सामने भी रुपये की समस्या हो रही है. लेकिन हम प्रयास कर रहे है कि जल्द से जल्द श्रमिकों को भुगतान किया जा सकें.