भीलवाड़ा. जिले में मंगलवार को दूसरे दिन भी कोरोना संक्रमण मुक्त हुए 8 मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया. इनमें से 4 मरीजों को महात्मा गांधी चिकित्सालय और 4 मरीजों को आजाद नगर स्थित कोविड- 19 केयर सेन्टर से डिस्चार्ज किया गया. संक्रमण मुक्त हुए इन मरीजों को जिला कलेक्टर राजेन्द्र भट्ट, मेडिकल कॉलेज प्रिसिंपल डॉ. राजन नन्दा और अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर अरुण गौड ने फूल देकर डिस्चार्ज किया.
वहीं कोरोना को मात देनी वाली 3 माह की नवजात को चिकित्सकों ने इस लड़ाई में मां का दूध उपलब्ध करवाने के लिए विशेष इंतजाम किया था. सहाड़ा तहसील के डियास गांव की तीन माह की दुधमुही बच्ची हिमांशी की जो कोरोना जांच रिपोर्ट में पॉजिटिव आई और कोरोना को मात देकर अस्पताल से विदा हुई.
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बता दें कि कोरोना संक्रमित मरीजों की देखभाल में लगे चिकित्सकों के सामने इस बच्ची के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद इसके लिए मां का दूध उपलब्ध करवाने की मुश्किल आ गई थी. मगर जिला अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अरुण गौड की टीम ने इस समस्या का भी हल निकाल लिया. इस बच्ची की मां कोरोना निगेटिव थी, मगर स्तनपान करवाना आवश्यक था. इसके लिए मां को बच्ची से कैसे दूर रखा जाए. साथ ही इसकी 3 और 5 साल की दो बहनों को कोई भी रिश्तेदार अपने यहां रखने को तैयार नहीं हुआ. ऐसे में इस बच्ची के कोरोना पॉजीटिव पिता और इन्हें एक अलग कॉटेज रूम में शिफ्ट किया गया. साथ ही दो बहनों और मां को अलग कॉटेज में शिफ्ट किया गया.
अस्पताल अधीक्षक डॉ. अरुण गौड ने कहा कि मां को पीपीई किट और सेनेटाइजेशन व सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में बारिकी से प्रशिक्षित किया गया. डॉक्टरों की देखभाल में मां ने अपनी बेटी को सुरक्षित दुग्धपान करवाकर यह जंग जिती है. जिला कलेक्टर राजेन्द्र भट्ट ने कहा कि कोरोना संक्रमण मुक्त हुए 8 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है. अब तक यहां से कुल 56 मरीजों को डिस्चार्ज किया जा चुका है. हमें आशा है आने वाले समय में सभी रोगी संक्रमण मुक्त हो जाएंगे.