कामां (भरतपुर). पहाड़ी कस्बे के बस स्टैंड पर शुक्रवार शाम को अज्ञात बदमाशों ने जीजा-साले पर फायरिंग कर दी थी. फायरिंग में जीजा की मौत हो गई थी. जिसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने शनिवार को बस स्टैंड पर जाम लगा दिया. परिजनों ने मृतक का शव लेने से इनकार कर दिया. जिसके बाद कई घंटों तक बस स्टैंड पर जाम लगा रहा. पुलिस अधिकारियों ने परिजनों को समझाया, जिसके बाद परिजन जाम खोलने को राजी हुए.
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जानकारी के अनुसार शुक्रवार शाम को बदमाशों ने पहाड़ी बस स्टैंड पर जीजा-साले के साथ लूट करने की कोशिश की. जिसमें सफल नहीं होने पर बदमाशों ने फायरिंग कर दी. फायरिंग में जीजा की मौके पर ही मौत हो गई और साला घायल हो गया. घटना शाम 7 बजे की बताई जा रही है. चौंकाने वाली बात ये है कि फायरिंग की ये घटना पुलिस स्टेशन से 100 मीटर की दूरी पर हुई है. जिसके बाद कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े हो गई हैं.
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शनिवार को परिजनों के साथ स्थानीय लोगों ने भी बस स्टैंड पर जाम लगा दिया. परिजनों की कहना है कि वारदात के इतने घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. लोगों का कहना है कि क्षेत्र में चोरी, लूटपाट की घटनाएं आए दिन हो रही हैं. लेकिन पुलिस अपराधियों को रोक पाने में सफल नहीं हो पा रही है. जाम के बाद बस स्टैंड के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई. कामां सीओ प्रदीप यादव ने परिजनों से बातचीत की. जिसके बाद जाम को खुलवाया गया. प्रदर्शन को देखते हुए कई थानों की पुलिस मौके पर मौजूद रही.