बयाना (भरतपुर). जिले के बयाना में सोमवार को वन विभाग और नगरपालिका बयाना आमने-सामने आ गए. मामला कुछ यूं था के नगर पालिका बयाना ने वन विभाग की जमीन पर कब्जा करके अवैध निर्माण करा दिया. जिसके लेकर वन विभाग ने नगर पालिका को कई बार चेतावनी भी दी. बावजूद इसके नगर पालिका ने अपना कब्जा नहीं हटाया. जिसके वन विभाग ने अवैध निर्माण को ध्वस्त करवा दिया.
उधर, सहायक वन संरक्षक (ACF) अभिषेक शर्मा ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान नगर पालिका बयाना ने बयाना रेंज के बयाना पहाड़ (अ) के खसरा नंबर 3062 और 2779 में अवैध तरीके से सड़क निर्माण निर्माण करा दिया. इसको लेकर क्षेत्रीय वन अधिकारी द्वारा नगर पालिका बयाना को नोटिस भी भेजा. इतना ही नहीं संबंधित क्षेत्र का एक संयुक्त सर्वे भी कराया, जिसमें स्पष्ट रूप से यह साबित हो गया कि भूमि वन विभाग की है और नगर पालिका बयाना ने उस पर अवैध तरीके से अतिक्रमण किया है. लेकिन नगरपालिका ने अपना अतिक्रमण नहीं हटाया.
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ऐसे में सोमवार को एसीएफ अभिषेक शर्मा ने वन विभाग की टीम और पुलिस जाप्ते की मौजूदगी में नगर पालिका द्वारा किए गए अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त करा दिया. नगर पालिका बयाना द्वारा वन संरक्षण अधिनियम 1980 की धाराओं का उल्लंघन करते हुए अतिक्रमण किया था. एसीएफ अभिषेक शर्मा ने बताया कि नगर पालिका बयाना के खिलाफ वन अपराध की प्रारंभिक रिपोर्ट (पीओआर) की है. उसके तहत जो भी वैधानिक कार्रवाई होगी वह वन विभाग द्वारा अमल में लाई जाएगी.
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वन विभाग द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई से नगर पालिका बयाना के अधिकारी इतने खफा हुए कि उन्होंने अपने कचरे से भरे वाहन वन विभाग के बयाना कार्यालय के बाहर खड़े कर दिए. इससे वन विभाग के कार्यालय का दरवाजा बंद हो गया. एसीएफ अभिषेक शर्मा ने बताया कि वन विभाग के कार्यालय के बाहर कचरे से भरे वाहन खड़े करने के बाद नगर पालिका बयाना के कार्यकारी अधिकारी से बात की गई. जिन्होंने फोन पर बताया कचरे से भरे वाहन चेयरमैन के कहने पर खड़े किए गए हैं और उनको जल्द ही हटवा दिया जाएगा.