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मैंने ऐसा ही दौर इंदिरा गांधी के समय में भी देखा है : पूर्व सांसद

लोकसभा चुनावों के नतीजे घोषित हो गए है. प्रदेश में सभी 25 सीटों पर एनडीए ने जीत हासिल की है. भरतपुर में एक आईएएस रह चुका प्रत्याशी आखिर क्यों 10वीं पास प्रत्याशी से हार जाता है, इस पर पंडित रामकिशन ने पूरा चुनावी विश्लेषण दिया.

पंडित रामकिशन का चुनावी विश्लेषण
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Published : May 25, 2019, 10:52 PM IST

जयपुर. प्रदेश की सत्ता में आए हुए कांग्रेस को करीब पांच महीने हो गए है. लेकिन इस बार के लोकसभा चुनावों में प्रदेश की 25 सीटों पर कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा. भरतपुर की जनता ने आईएएस अधिकारी रह चुके कांग्रेस प्रत्याशी अभिजीत के स्थान पर 10वीं पास भाजपा प्रत्याशी रंजिता कोली को चुना. इसी चुनावी परिणाम पर पंडित रामकिशन ने राजनीतिक विश्लेषण मीडिया के सामने रखा.

पंडित रामकिशन का चुनावी विश्लेषण

25 लोकसभा सीटों पर अपने अच्छे प्रदर्शन के बाद भाजपा का हौसला बढ़ा है. जबकि कांग्रेस पार्टी को पिछले लोकसभा चुनावों की तरह एक सीट पर भी जीत नसीब नहीं हुई. लेकिन यदि बात करे भरतपुर विधानसभा सीट की तो बीजेपी की प्रत्याशी रंजीता कोली ने कांग्रेस के अभिजीत को 03 लाख से भी ज्यादा वोटों से मात दी.

खास बात है कि रंजीता कोली केवल 10वीं पास है और कांग्रेस के अभिजीत आईएएस रह चुके हैं. लेकिन मोदी लहर में रंजीता कोली को संसद तक पहुंचा दिया. कांग्रेस की हार के कारणों के बारे में पंडित रामकिशन शर्मा ने बताया कि इस चुनाव में लोगों ने एक तरफ मोदी के पक्ष में वोट किया और दूसरी तरफ मोदी के विरोध में. इस प्रकार एक ऐसी स्थिति का निर्माण हुआ जिसमें मोदी के व्यक्तित्व का मुकाबला विपक्ष में कोई नहीं कर पाया.

पंडित रामकिशन करीब 94 साल के हैं और भरतपुर की राजनीति वे आज भी बारिकी से नजर रखते हैं. वे जनता पार्टी से 1977 में एक बार सांसद और कई बार विधायक भी रह चुके हैं. उन्होंने बताया कि उन्होंने ऐसा ही दौर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के समय में भी देखा है. उन्होंने भरतपुर लोकसभा सीट के बारे में बताया कि इस चुनाव में हिंदुत्व का एजेंडा साफ नजर आया है. उन्होंने कहा भोपाल से लड़ने वाली एक प्रत्याशी ने महात्मा गांधी के बारे में भला-बुरा बोला. उसके बाद भी वहां कांग्रेस 3 लाख वोटों से हार गई. साथ ही पंडित रामकिशन ने बताया कि पाकिस्तान के साथ देशवासियों की घृणा को भी मोदी सरकार ने भुनाया है और सेना के नाम पर भी वोट मांगने का कार्य किया है.

उन्होंने बताया कि भाजपा का मैनेजमेंट, कांग्रेस के मैनेजमेंट की तुलना में अधिक सुदृढ़ है. साथ ही बताया कि कांग्रेस एक पुरानी पार्टी है और देश के युवाओं को एक नहीं पार्टी को देश की कमान देनी थी, इसलिए भाजपा को वापस एक बार मौका दिया गया. पंडित रामकिशन ने कहा कि भरतपुर में शुरू से ही एक ऐसा वर्ग रहा है जो कांग्रेस को समर्थन नहीं करता है. इस प्रकार भरतपुर में भी भाजपा की जीत का यह एक मुख्य कारण रहा.

जयपुर. प्रदेश की सत्ता में आए हुए कांग्रेस को करीब पांच महीने हो गए है. लेकिन इस बार के लोकसभा चुनावों में प्रदेश की 25 सीटों पर कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा. भरतपुर की जनता ने आईएएस अधिकारी रह चुके कांग्रेस प्रत्याशी अभिजीत के स्थान पर 10वीं पास भाजपा प्रत्याशी रंजिता कोली को चुना. इसी चुनावी परिणाम पर पंडित रामकिशन ने राजनीतिक विश्लेषण मीडिया के सामने रखा.

पंडित रामकिशन का चुनावी विश्लेषण

25 लोकसभा सीटों पर अपने अच्छे प्रदर्शन के बाद भाजपा का हौसला बढ़ा है. जबकि कांग्रेस पार्टी को पिछले लोकसभा चुनावों की तरह एक सीट पर भी जीत नसीब नहीं हुई. लेकिन यदि बात करे भरतपुर विधानसभा सीट की तो बीजेपी की प्रत्याशी रंजीता कोली ने कांग्रेस के अभिजीत को 03 लाख से भी ज्यादा वोटों से मात दी.

खास बात है कि रंजीता कोली केवल 10वीं पास है और कांग्रेस के अभिजीत आईएएस रह चुके हैं. लेकिन मोदी लहर में रंजीता कोली को संसद तक पहुंचा दिया. कांग्रेस की हार के कारणों के बारे में पंडित रामकिशन शर्मा ने बताया कि इस चुनाव में लोगों ने एक तरफ मोदी के पक्ष में वोट किया और दूसरी तरफ मोदी के विरोध में. इस प्रकार एक ऐसी स्थिति का निर्माण हुआ जिसमें मोदी के व्यक्तित्व का मुकाबला विपक्ष में कोई नहीं कर पाया.

पंडित रामकिशन करीब 94 साल के हैं और भरतपुर की राजनीति वे आज भी बारिकी से नजर रखते हैं. वे जनता पार्टी से 1977 में एक बार सांसद और कई बार विधायक भी रह चुके हैं. उन्होंने बताया कि उन्होंने ऐसा ही दौर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के समय में भी देखा है. उन्होंने भरतपुर लोकसभा सीट के बारे में बताया कि इस चुनाव में हिंदुत्व का एजेंडा साफ नजर आया है. उन्होंने कहा भोपाल से लड़ने वाली एक प्रत्याशी ने महात्मा गांधी के बारे में भला-बुरा बोला. उसके बाद भी वहां कांग्रेस 3 लाख वोटों से हार गई. साथ ही पंडित रामकिशन ने बताया कि पाकिस्तान के साथ देशवासियों की घृणा को भी मोदी सरकार ने भुनाया है और सेना के नाम पर भी वोट मांगने का कार्य किया है.

उन्होंने बताया कि भाजपा का मैनेजमेंट, कांग्रेस के मैनेजमेंट की तुलना में अधिक सुदृढ़ है. साथ ही बताया कि कांग्रेस एक पुरानी पार्टी है और देश के युवाओं को एक नहीं पार्टी को देश की कमान देनी थी, इसलिए भाजपा को वापस एक बार मौका दिया गया. पंडित रामकिशन ने कहा कि भरतपुर में शुरू से ही एक ऐसा वर्ग रहा है जो कांग्रेस को समर्थन नहीं करता है. इस प्रकार भरतपुर में भी भाजपा की जीत का यह एक मुख्य कारण रहा.

Intro:हैडलाइन--कांग्रेस की हार पर एक्सपर्ट का विश्लेषण राजस्‍थान के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस सभी 25 सीटों पर तो कांग्रेस की हार हुई मतदाताओं का जनादेश वाकई हैरानी भरा है। करीब पांच माह पूर्व विधानसभा चुनाव में लोगों ने कांग्रेस को सत्ता तक पहुंचाया था। लेकिन पांच माह में ही स्थिति बदल गई । 25 लोकसभा सीटों में अपने चमकदार प्रदर्शन के बाद भाजपा का हौसला बढ़ा है, जबकि कांग्रेस पार्टी सकते की सी हालत में है लेकिन बात करे भरतपुर विधानसभा सीट की तो बीजेपी की प्रत्याशी रंजीता कोली ने कांग्रेस के अभिजीत को 03 लाख से भी ज्यादा वोटों से मात दी जबकि रंजीता कोली केबल 10वी पास है और कांग्रेस के अभिजीत आईएएस रह चुके है लेकिन मोदी लहर में रंजीता कोली को छप्पर फाड़ के वोट मिले जिसके सामने अभिजीत बिलकुल भी नहीं टिक पाए क्या कारण रहे भरतपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस के हार ये हमने जाना पंडित रामकिशन शर्मा से पंडित रामकिशन शर्मा करीब 94 साल के है और भरतपुर की राजनिति में उनसे ज्यादा जानकार शायद और कोई नहीं है वे जनता पार्टी से 1977 एक बार सांसद और कई बार विधायक भी रह चुके है उन्होंने बताया की उन्होंने ऐसा ही दौर पूर्व महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के समय भी देखा था उन्होंने सीट के भरतपुर लोकसभा सीट के बारे में बताया की इस चुनाव में हिंदुत्व का उग्र रूप पूरी तरह से सामने आया है भोपाल से लड़ने वाले एक प्रत्याशी ने महात्मा गांधी के बारे में भला बुरा बोला उसके बाद भी वहां कांग्रेस 3 लाख वोटों से हार गई उन्होंने कांग्रेस की हार के एक मुख्य कारण यह भी बताया की कांग्रेस अपने किये हुए वादों को पूरा नहीं कर पाई साथ ही बीजेपी ने मोदी के नाम पर वोट मांगे जनता को प्रत्याशी से कोई मतलब नहीं था और बीजेपी की हर बूथ पर टीम काफी मजबूत थी लेकिन कांग्रेस के पास ऐसी टीम नहीं थी बीजेपी का मैनेजमेंट कांग्रेस से ज्यादा अच्छा था इसके अलावा बीजेपी ने वोटो के लिए पाकिस्तान को टारगेट बनाया क्युकी पाकिस्तान को टारगेट कर हमारे देश में वोट मिल जाते है और मोदी ने वोटो के लिए सेना के नाम का सहारा लिया ये देश में पहली बार ऐसा हुआ है जब सेना के नाम पर वोट माँगा गया हो और हमारे देश के युवा पुरानी किसी चीज़ पर भरोसा नहीं करते इसे बजह से एक कारण यह भी रहा की कांग्रेस एक पुरानी पार्टी है और देश के युवाओं को एक नहीं पार्टी को देश की कमान देनी थी  लेकिन भरतपुर विधानसभा से तीन मंत्री राज्य सरकार में होने के बाद भी वे भरतपुर की सीट को नहीं बचा पाए उन्होंने कहा की कांग्रेस को लोकसभा चुनावों के लिए पूरा समय नहीं मिला और भरतपुर लोकसभा सीट पर एक वर्ग ऐसा है जो की हमेशा कांग्रेस के विरोध में रहा है इसलिए कांग्रेस के हारने का एक मुख्य कारण यह भी है  बाईट- पंडित रामकिशन,राजनीतिक विश्लेषक


Body:'कांग्रेस की हार पर एक्सपर्ट का विश्लेषण


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