भरतपुर. जिले के बहुचर्चित कृपाल और कुलदीप जघीना हत्याकांड मामले में पुलिस ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है. दोनों पक्षों के बीच शहर की जिस जमीन को लेकर विवाद पैदा हुआ था, उस जमीन पर पुलिस चौकी स्थापित कर दी गई है. जल्द ही चौकी पर पुलिस जाप्ता भी तैनात किया जाएगा. एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि विवादित जमीन पर काली बगीची पुलिस चौकी स्थापित कर दी गई है. हालातों को देखते हुए शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया गया है. चौकी पर 4 पुलिस कर्मी तैनात किए जाएंगे, जिससे इस जमीन को लेकर किसी प्रकार की शांति व्यवस्था न बिगड़े.
कृपाल-कुलदीप के बीच झगड़े की वजह : शहर के काली बगीची क्षेत्र में एक भूखंड को लेकर कृपाल और कुलदीप के बीच विवाद चल रहा था. कुलदीप जघीना इस जमीन पर निर्माण कार्य करा रहा था, इसको लेकर दोनों पक्षों में काफी समय से विवाद चल रहा था. उधर कृपाल गुट ने इस भूखंड पर न्यायालय से स्टे ले लिया, लेकिन जमीन बेशकीमती होने की वजह से दोनों पक्षों में गैंगवार शुरू हो गया. इसके चलते 4 सितंबर 2022 की रात को भाजपा नेता कृपाल जघीना की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसके बाद 12 जुलाई को आमोली टोल पर कुलदीप की भी हत्या कर दी गई.
यह थी घटना : गौरतलब है कि शहर के जघीना गेट क्षेत्र में 4 सितंबर 2022 की रात को भाजपा नेता कृपाल जघीना की गाड़ी से घर जाते समय घेरकर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. कृपाल सिंह की हत्या के आरोप में कुलदीप जघीना जयपुर जेल में बंद था. जयपुर जेल में बंद आरोपी कुलदीप को 12 जुलाई को जयपुर जेल से पेशी पर भरतपुर लाया जा रहा था. इसी दौरान अमोली टोल प्लाजा पर हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायर करके कुलदीप जघीना की हत्या कर दी थी.