भरतपुर. शहर के सरकारी जनाना अस्पताल में शुक्रवार शाम को अचानक सांसद रंजीता कोली निरीक्षण करने पहुंच गईं. अस्पताल के वार्ड और शौचालय में गंदगी देखकर सांसद कोली भड़क गईं. इस दौरान एक मरीज के परिजन ने बताया कि उनकी प्रसूता का बेड पर ही प्रसव हो गया और सफाई व इंट्री के नाम पर उनसे 500 रुपये भी ले लिए. तीमारदारों की शिकायत सुन उन्होंने अस्पताल प्रशासन की व्यवस्था पर नाराजगी जताई.
सांसद रंजीता कोली ने राज्य सरकार पर निशाना साधते (Ranjita Koli target Gehlot on Hospital facilities) हुए कहा कि सरकार यूं तो चिरंजीवी योजना का ढिंढोरा पीट रही है, लेकिन हकीकत में भरतपुर के सरकारी अस्पताल में मरीजों से वसूली की जा रही है. शुक्रवार शाम को सांसद राजकीय जनाना अस्पताल में औचक निरीक्षण करने पहुंच गईं. यहां वार्डों में सफाई व्यवस्था नहीं मिलने पर सांसद ने चिकित्सा कर्मियों पर नाराजगी जताई. सांसद कोली ने कहा कि अस्पताल के शौचालयों के हालात इतने बदतर हैं कि वहां कोई 1 मिनट भी खड़ा नहीं हो सकता. ऐसे हालात में प्रसूताएं व अन्य मरीज परेशान हो रहे हैं.
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सांसद कोली ने कहा कि अस्पताल में समय पर न तो चिकित्सक मिलते हैं और न ही नर्सिंग स्टाफ. अस्पताल भगवान भरोसे चल रहे हैं. सांसद रंजीता कोली ने कहा कि राज्य सरकार बड़े-बड़े दावे करती है. चिरंजीवी योजना का ढिंढोरा पिटती है, लेकिन धरातल पर स्थिति यह है कि आम जनता को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है. अस्पतालों में मरीजों से बेड व साफ-सफाई के नाम पर वसूली की जाती है.
परिजन से ले लिए 500 रुपए
गांव मुखैना से आए विजेंद्र ने सांसद रंजीता कोली को बताया कि कल उसने पत्नी को प्रसव के लिए अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन बेड पर ही प्रसव हो गया. उसके बाद एक चिकित्साकर्मी ने बेड की सफाई और इंट्री के नाम पर 500 रुपए लिए. इस बात पर सांसद रंजीता कोली ने अस्पताल के जिम्मेदार और सरकार को जमकर कोसा.