ETV Bharat / state

क्रेशर बंद होने से गरीबों का रोजगार खत्म होगा-सप्तम पीठ पीठाधीश्वर

author img

By

Published : Nov 12, 2022, 8:15 PM IST

Updated : Nov 13, 2022, 11:52 PM IST

भरतपुर के करकांचल और आदिबद्री पर्वतों में खनन कार्य बंद कर दिया गया है. अब साधु-संत क्रेशर बंद करने के खिलाफ खड़े हुए हैं. इसके लिए 1 दिसंबर से आंदोलन किया (Agitation in Bharatpur against crasher) जाएगा. इस बीच सप्तम पीठ श्री मदन मोहन मंदिर के सप्तम पीठाधीश्वर गोस्वामी ब्रजेश कुमार महाराज का कहना है कि इससे गरीबों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा. उन्होंने धर्म के नाम पर राजनीति करने का भी आरोप लगाया है.

Madan Mohan Mandir Peethadheeshwar Brajesh Kumar on crasher ban
क्रेशर बंद होने से गरीबों का रोजगार खत्म होगा-सप्तम पीठ पीठाधीश्वर

कामां (भरतपुर). करकांचल और आदिबद्री पर्वतों में खनन कार्य बंद होने के बाद संत समाज ने 1 दिसंबर से क्रेशरों के खिलाफ आंदोलन करने की बात कही है. इस पर सप्तम पीठ श्री मदन मोहन मंदिर के सप्तम पीठाधीश्वर गोस्वामी ब्रजेश कुमार महाराज का कहना है (Peethadheeshwar Brajesh Kumar on crasher ban) कि इससे स्थानीय लोगों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो जाएगा. साथ ही उन्होंने धर्म के नाम पर राजनीति करने का आरोप भी लगाया है.

ब्रजेश कुमार महाराज ने कहा कि कामां इलाके में एक बड़ी समस्या खड़ी हो गई है. लोग धर्म के नाम से राजनीति भी ज्यादा कर रहे हैं. इस इलाके में रोजगार नहीं है. या तो अनाज का व्यापार है, दूसरा क्रेशर का व्यापार है. ब्रज क्षेत्र में आने वाले पहाड़ों में जो प्रतिबंध लगाया है, उसका हम समर्थन करते हैं. हमारी संस्कृति धरोहर नष्ट हो रही थी.

सप्तम पीठाधीश्वर गोस्वामी ब्रजेश कुमार महाराज.

पढ़ें: भरतपुर: साधु संतों का आंदोलन 1 दिसंबर तक स्थगित, क्रेशर नहीं हटाने पर दी ये चेतावनी

इनके अलावा जो पहाड़ हैं, जिनमें क्रेशर परमिशन से चल रहे हैं, उन्हें बंद करवाना न्यायोचित नहीं है. क्रेशरों के बंद होने से गरीबों को मिल रहा रोजगार छीन जाएगा. क्रेशर बंद होने से घरों के निर्माण में जो कमी आएगी, उसे लोग ब्लैक में बेचेंगे. इसलिए इस क्षेत्र में गंदी राजनीति करना उचित नहीं है. साथ ही हम उसका समर्थन भी नहीं करते हैं.

कामां (भरतपुर). करकांचल और आदिबद्री पर्वतों में खनन कार्य बंद होने के बाद संत समाज ने 1 दिसंबर से क्रेशरों के खिलाफ आंदोलन करने की बात कही है. इस पर सप्तम पीठ श्री मदन मोहन मंदिर के सप्तम पीठाधीश्वर गोस्वामी ब्रजेश कुमार महाराज का कहना है (Peethadheeshwar Brajesh Kumar on crasher ban) कि इससे स्थानीय लोगों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो जाएगा. साथ ही उन्होंने धर्म के नाम पर राजनीति करने का आरोप भी लगाया है.

ब्रजेश कुमार महाराज ने कहा कि कामां इलाके में एक बड़ी समस्या खड़ी हो गई है. लोग धर्म के नाम से राजनीति भी ज्यादा कर रहे हैं. इस इलाके में रोजगार नहीं है. या तो अनाज का व्यापार है, दूसरा क्रेशर का व्यापार है. ब्रज क्षेत्र में आने वाले पहाड़ों में जो प्रतिबंध लगाया है, उसका हम समर्थन करते हैं. हमारी संस्कृति धरोहर नष्ट हो रही थी.

सप्तम पीठाधीश्वर गोस्वामी ब्रजेश कुमार महाराज.

पढ़ें: भरतपुर: साधु संतों का आंदोलन 1 दिसंबर तक स्थगित, क्रेशर नहीं हटाने पर दी ये चेतावनी

इनके अलावा जो पहाड़ हैं, जिनमें क्रेशर परमिशन से चल रहे हैं, उन्हें बंद करवाना न्यायोचित नहीं है. क्रेशरों के बंद होने से गरीबों को मिल रहा रोजगार छीन जाएगा. क्रेशर बंद होने से घरों के निर्माण में जो कमी आएगी, उसे लोग ब्लैक में बेचेंगे. इसलिए इस क्षेत्र में गंदी राजनीति करना उचित नहीं है. साथ ही हम उसका समर्थन भी नहीं करते हैं.

Last Updated : Nov 13, 2022, 11:52 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.