कामां (भरतपुर). करकांचल और आदिबद्री पर्वतों में खनन कार्य बंद होने के बाद संत समाज ने 1 दिसंबर से क्रेशरों के खिलाफ आंदोलन करने की बात कही है. इस पर सप्तम पीठ श्री मदन मोहन मंदिर के सप्तम पीठाधीश्वर गोस्वामी ब्रजेश कुमार महाराज का कहना है (Peethadheeshwar Brajesh Kumar on crasher ban) कि इससे स्थानीय लोगों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो जाएगा. साथ ही उन्होंने धर्म के नाम पर राजनीति करने का आरोप भी लगाया है.
ब्रजेश कुमार महाराज ने कहा कि कामां इलाके में एक बड़ी समस्या खड़ी हो गई है. लोग धर्म के नाम से राजनीति भी ज्यादा कर रहे हैं. इस इलाके में रोजगार नहीं है. या तो अनाज का व्यापार है, दूसरा क्रेशर का व्यापार है. ब्रज क्षेत्र में आने वाले पहाड़ों में जो प्रतिबंध लगाया है, उसका हम समर्थन करते हैं. हमारी संस्कृति धरोहर नष्ट हो रही थी.
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इनके अलावा जो पहाड़ हैं, जिनमें क्रेशर परमिशन से चल रहे हैं, उन्हें बंद करवाना न्यायोचित नहीं है. क्रेशरों के बंद होने से गरीबों को मिल रहा रोजगार छीन जाएगा. क्रेशर बंद होने से घरों के निर्माण में जो कमी आएगी, उसे लोग ब्लैक में बेचेंगे. इसलिए इस क्षेत्र में गंदी राजनीति करना उचित नहीं है. साथ ही हम उसका समर्थन भी नहीं करते हैं.