भरतपुर. जिले के मिनी सचिवालय सभागार में बुधवार को जिला प्रमुख बीना सिंह की अध्यक्षता में जिला परिषद की आखिरी बैठक आयोजित की गई. वहीं बैठक में ग्रामीण विकास की योजनाओं के क्रियान्वयन मुद्दा खूब गरमाया. जिसमे सड़क और बिजली की समस्या प्रमुख रही.
सांसद रंजीता कोली की मौजूदगी में जिला परिषद के सदस्यों ने बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों की क्षतिग्रस्त सड़कों की वजह से आये दिन होने वाली घटनाओं को लेकर हंगामा किया. सदस्य नेम सिंह फ़ौजदार ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि हमेशा बैठकों में सदस्यों की ओर से मुद्दे उठाए जाते है. लेकिन कागजी कार्यवाही के अलावा किसी भी तरह के विकास के कार्य नहीं हो पाते है.
सदस्य पुष्पेंद्र करीली ने आवारा जानवरों से ग्रामीण क्षेत्रों को होने वाले नुकसान का दर्द बताते हुए तहसील स्तर पर गोशालाओं को मजबूत करने के निर्देश दिए है. साथ ही नदबई क्षेत्र में चंबल के पानी के लिए जल्द ही लाइन डलवाने पर जोर दिया है. सदस्य मीनु सिंह ने गौरव पथ बनाने में कोताही बरतने पर आक्रोश जाहिर किया. वहीं बैठक में सदस्य शशि सिंह, शरीफ खान, हेमलत ने बहस में हिस्सा लिया.
बैठक में मौजूद अधिकारियों को जमकर झाड़ा-
सांसद रंजीता कोली ने सभी समास्याओं पर कहा कि जब भी जिला परिषद की बैठक होती है तब हमेशा मांग उठती है कि अधिकारी कोई काम नही करते इससे में काफी असंतुष्ट हूं. अधिकारियों को जनता के बीच जाकर काम करना चाहिए जिससे जनता खुश रहे और उनको कोई भी परेशानी न हो.
पेंडिंग पड़े कामों को जल्द पूरा करने के निर्देश-
सांसद ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो भी काम पेंडिंग पड़े है उनको जल्द से जल्द निबटाया जाए. मगर दूसरी तरफ सभी विभागों के अधिकारियों ने काम को लेकर हाथ खड़े कर दिए और साफ तौर पर कह दिया कि काम करने के लिए विभाग के पास बजट नहीं है, इसलिए विकास कार्य रुके हुए है.