भरतपुर. जिले में 30 जुलाई की शाम को अचानक तेज अग्नि जलता हुआ एक उल्का पिंड नीचे आकर खेत में आ गिरा था. जिससे खेत में करीब 15 फुट गहरा गड्ढा हो गया. उसके बाद ग्रामीणों में हड़कंप मच गया था. जिसके बाद आज बेंगलोर व जयपुर से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग और खान विभाग की टीम के एक्सपर्ट्स मौके पर उस जगह पहुंचे. जहां उल्का पिंड गिरा था. सभी एक्सपर्स ने मौके पर जांच की और वहां से मिट्टी के रूप में कुछ सैंपल इकट्ठे किए. जिनको जांच के लिए भेजा जायेगा.
मामला चिकसाना थाना क्षेत्र के गांव नगला कसोटा का है. जहां 30 जुलाई को एक बड़ा हादसा होने से टल गया था. गांव के एक खेत में उल्का पिंड गिरा था. यह घटना उस वक्त हुई जब किसान अपने खेत की जुताई कर रहे थे. घटना से पहले एक नीले रंग की रोशनी दिखाई पड़ी और वह तेजी से नीचे की तरफ आ रही थी. देखते ही देखते वह नीले रंग की रोशनी खेत मे जाकर गिरी जिसके बाद खेत मे एक गहरा गड्डा हो गया. ग्रामीणों की इसकी सूचना प्रशासन को दी थी. जिला प्रशासन ने घटना से सम्बंधित विभाग को अवगत करा दिया था.
यह भी पढ़ें: प्रदेश के एकमात्र भेड़ प्रजनन केंद्र को 'बंद' करने के मूड में सरकार
जिसके बाद शनिवार को एक्सपर्ट्स यहां जांच के लिए मौके पर पहुंचे हैं. वहीं ग्रामीणों को शंका थी कि सरकार उनकी इस जगह को अपने कब्जे में नहीं ले लेगा. इसलिए उन्होंने गड्ढे वाली जगह में मिट्टी डाल दी थी. लेकिन एक्सपर्ट की टीम ने जगह की पहचान कर ली है. उस जगह से जांच के लिए सेंपल लिए गए हैं.