भरतपुर. जिले के बयाना कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सा सुविधाओं के हालात बदतर बने हुए हैं. सोमवार देर शाम को गांव शेरगढ़ में दो बाइकों की आमने-सामने की टक्कर में एक युवक घायल हो गया. परिजन जब घायल को लेकर बयाना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे तो अस्पताल में चिकित्सक नहीं मिले. ऐसे में घायल को डेढ़ घंटे तक उपचार नहीं मिल सका. जिसके बाद परिजन डॅाक्टर को उसके आवास से बुलाकर लाए.
जानकारी के अनुसार सोमवार शाम को बयाना के गांव शेरगढ़ में दो बाइकों की टक्कर में ज्ञानी का नगला निवासी अर्जुन सिंह पुत्र रामधन गंभीर रूप से घायल हो गया. घायल को एंबुलेंस से बयाना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया लेकिन यहां घायलों के उपचार के लिए कोई भी चिकित्सक उपलब्ध नहीं था. मरीज के परिजन करीब डेढ़ घंटे तक चिकित्सक के आने का इंतजार करते रहे. इस दौरान घायल उपचार के अभाव में तड़पता रहा. जबकि अस्पताल में डॉ. मोहनलाल मीणा की ड्यूटी थी. आईपीडी में उसी वक्त तीन अन्य एक्सीडेंट के घायल भी पहुंचे लेकिन डॉक्टर नहीं पहुंचा.
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इस दौरान नर्सिंग स्टाफ द्वारा चिकित्सक को फोन लगाया गया लेकिन मोबाइल बंद था. आखिर में परेशान होकर घायलों के परिजन चिकित्सक के सरकारी आवास पर पहुंचे और चिकित्सक को बुलाकर अस्पताल लाए. उसके बाद चिकित्सक अस्पताल पहुंचा और मरीजों को रेफर करके वापस अपने सरकारी आवास पर लौट गया.
गौरतलब है कि बयाना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आए दिन घायलों और मरीजों को शाम के वक्त चिकित्सकों की गैर मौजूदगी का सामना करना पड़ता है. इस संबंध में कई बार मरीज के परिजनों की ओर से चिकित्सा विभाग के उच्चाधिकारियों को भी अवगत कराया गया लेकिन हालात जस के तस बने हुए हैं.