भरतपुर. न्यायालय और सरकार के लाख प्रयासों के बावजूद राजस्थान में अवैध खनन, अवैध बजरी खनन और परिवहन पर लगाम नहीं लग पा रही है. खनन और बजरी माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि वो अवैध खनन और परिवहन तो कर ही रहे हैं, पुलिस और लोगों पर जानलेवा हमला करने से भी नहीं चूक रहे. विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें तो बीते 4 साल में पूरे प्रदेश में खनन और बजरी माफियाओं के खिलाफ मारपीट, हत्या का प्रयास और ट्रैक्टर/अन्य वाहन से कुचलकर मारने के प्रयास के कुल 473 मामले दर्ज हुए. इनमें से जानलेवा हमला और हत्या के प्रयास की सबसे ज्यादा वारदात भरतपुर संभाग में सामने आई.
दरअसल, राजस्थान में बीते 4 साल में (वर्ष 2019 से 2022 तक) अवैध खनन और अवैध बजरी खनन के सैकड़ों मामले सामने आए, लेकिन इनमें भी खनन और बजरी माफियाओं द्वारा हमले के आंकड़े चौंकाने वाले हैं. 4 साल में प्रदेश में खनन और बजरी माफियाओं द्वारा मारपीट के 262 मामले, हत्या के प्रयास के 111 मामले और ट्रैक्टर व अन्य वाहन से कुचलने के प्रयास के 42 मामले सामने आए.
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संभाग में सबसे ज्यादा जानलेवा हमले : बीते 4 वर्षों में खनन और बजरी माफियाओं द्वारा प्रदेश में जितने जानलेवा और हत्या के प्रयास में हमले किए गए, उनमें सबसे ज्यादा हमले भरतपुर संभाग में हुए. इतना ही नहीं, खनन सामग्री से भारी वाहनों से टक्कर मारकर कुचलने का प्रयास भी सबसे ज्यादा भरतपुर संभाग में हुआ. आंकड़ों की मानें तो हत्या के प्रयास के मामले भरतपुर में चार, धौलपुर में 26, सवाई माधोपुर में 16 और करौली में 12 मामले सामने आए. पूरे प्रदेश में 4 साल में कुचलने का प्रयास के कुल 42 मामले दर्ज हुए, जिनमें से भरतपुर संभाग में 21 मामले दर्ज हुए.
![Attack of Gravel Mafia](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/09-08-2023/19224696_mines.jpg)
भरतपुर संभाग में इसलिए सर्वाधिक हमले : असल में भरतपुर संभाग में धौलपुर जिले से चंबल की बजरी का अवैध खनन कर अवैध परिवहन किया जाता है. धौलपुर से अवैध खनन कर चंबल की बजरी को भरतपुर, सवाई माधोपुर और करौली जिलों में खपाया जाता है. अवैध बजरी के परिवहन के दौरान जैसे ही पुलिस टीम इन माफिया के खिलाफ कार्रवाई का प्रयास करती है, तो ये बजरी माफिया न केवल पुलिस प्रशासन पर हमला बोल देते हैं, बल्कि उनके रास्ते में आने वाले आम लोगों को भी नहीं छोड़ते.
भरतपुर पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि जिले में अवैध खनन और अवैध बजरी परिवहन पर लगाम लगाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाते हैं. खनन और बजरी माफियाओं के खिलाफ पुलिस की टीमें अन्य विभागों की टीमों के साथ मिलकर समय-समय पर संयुक्त कार्रवाई करती हैं. बजरी माफियाओं के हमले का मुकाबला करने के लिए पुलिस टीम उचित रणनीति और पर्याप्त जाप्ते के साथ कार्रवाई करती है. खनन और अवैध बजरी पर बहन करने वाले तमाम अपराधियों को गिरफ्तार भी किया गया है.