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भरतपुर में बढ़ी अवैध हथियारों की तस्करी, दो साल में 29% बढ़े आर्म्स एक्ट के मामले, सामने आया यूपी, एमपी कनेक्शन - अवैध हथियारों की तस्करी

Illegal arms smuggling, बीते 2 साल में भरतपुर में आर्म्स एक्ट के मामलों में करीब 29 फीसदी की वृद्धि हुई है. यही वजह है कि जिले में आए दिन फायरिंग व लूटपाट की घटनाएं सामने आ रही हैं. हालांकि, पुलिस लगातार अवैध हथियार रखने वालों और हथियारों की तस्करी करने वाले बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. बावजूद इसके पूरी तरह से लगाम नहीं लग पा रही है. आइए जानते हैं कि आखिर जिले में ये अवैध हथियार कैसे पहुंच रहे हैं.

Illegal arms smuggling
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 11, 2024, 7:00 PM IST

भरतपुर एसपी मृदुल कच्छावा

भरतपुर. राजस्थान का प्रवेश द्वार भरतपुर अवैध हथियारों की तस्करी का गढ़ बनता जा रहा है. जिले में उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से तस्करी कर धड़ल्ले से अवैध हथियार लाए जा रहे हैं. यही वजह है कि जिले में आए दिन फायरिंग और लूटपाट की घटनाएं सामने आ रही हैं. हालांकि, भरतपुर पुलिस लगातार अवैध हथियार रखने वाले और हथियारों की तस्करी करने वाले बदमाशों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई कर रही है. फिर भी पुलिस इन पर पूरी तरह से लगाम नहीं लग पा रही है. बीते दो साल के दौरान जिले में आर्म्स एक्ट के मामलों में करीब 29% तक की वृद्धि हुई है.

यूपी-एमपी से हो रही तस्करी : एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि भरतपुर जिला उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और हरियाणा से सटा हुआ जिला है. पिछली कई कार्रवाई में पकड़े गए आरोपियों से की गई पूछताछ में यह तथ्य सामने आया है कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से अवैध हथियार तस्करी होकर भरतपुर पहुंच रहे हैं. इतना ही नहीं हथियार तस्कर भरतपुर के रास्ते अलवर, करौली और अन्य जिलों तक अवैध हथियार पहुंचा रहे हैं. इन पर शक्ति से लगाम लगाने के लिए भरतपुर पुलिस लगातार कार्रवाई को अंजाम दे रही है. पिछले वर्षों की तुलना में जिले में आर्म्स एक्ट में काफी अधिक कार्रवाई की गई हैं.

Illegal arms smuggling
अवैध हथियारों की तस्करी ने बढ़ाई पुलिस की टेंशन

इसे भी पढ़ें - Special: मध्यप्रदेश में बने अवैध हथियारों से राजस्थान में फैला रहे खौफ, कारतूस की सप्लाई बनी पुलिस के लिए पहेली

युवाओं में बढ़ा अवैध हथियार रखने का चलन : एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि जिले के युवाओं में बीते कुछ वर्षों में अवैध हथियारों का चलन बढ़ा है. युवा वेबसरीज आदि से प्रभावित होकर अवैध हथियारों का इस्तेमाल करवरहे हैं. कई बार युवाओं द्वारा अवैध हथियारों के साथ सोशल मीडिया पर भी फोटो अपलोड करने के मामले सामने आते हैं.

29% मामले बढ़े : पुलिस के आंकड़ों पर नजर डालें तो वर्ष 2021 की तुलना में वर्ष 2023 दिसंबर तक आर्म्स एक्ट के मामलों में 28.97 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. वर्ष 2021 में आर्म्स एक्ट के 145 मामले, 2022 में 163 और 2023 में 187 मामले दर्ज हुए. इतना ही नहीं वर्ष 2021 में 139 आरोपी गिरफ्तार किए गए, 2022 में 163 आरोपी और 2023 में 179 आरोपी गिरफ्तार किए गए.

इसे भी पढ़ें - शेखावाटी में फिर हो रही गैंगवार की आहट, अवैध हथियारों ने बढ़ाई पुलिस की टेंशन

गौरतलब है कि बीते वर्षों में भरतपुर जिले में कई जघन्य आपराधिक वारदातें हुईं. जिले में लूट, हत्या, एटीएम लूट जैसी वारदातें हुईं. जिनमें अपराधियों ने अवैध हथियारों का इस्तेमाल किया. पुलिस ने बीते दिनों कार्रवाई कर अवैध हथियारों के तस्करों के साथ ही उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले से अवैध हथियार बेचने वाले आरोपी को भी दबोचा.

भरतपुर एसपी मृदुल कच्छावा

भरतपुर. राजस्थान का प्रवेश द्वार भरतपुर अवैध हथियारों की तस्करी का गढ़ बनता जा रहा है. जिले में उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से तस्करी कर धड़ल्ले से अवैध हथियार लाए जा रहे हैं. यही वजह है कि जिले में आए दिन फायरिंग और लूटपाट की घटनाएं सामने आ रही हैं. हालांकि, भरतपुर पुलिस लगातार अवैध हथियार रखने वाले और हथियारों की तस्करी करने वाले बदमाशों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई कर रही है. फिर भी पुलिस इन पर पूरी तरह से लगाम नहीं लग पा रही है. बीते दो साल के दौरान जिले में आर्म्स एक्ट के मामलों में करीब 29% तक की वृद्धि हुई है.

यूपी-एमपी से हो रही तस्करी : एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि भरतपुर जिला उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और हरियाणा से सटा हुआ जिला है. पिछली कई कार्रवाई में पकड़े गए आरोपियों से की गई पूछताछ में यह तथ्य सामने आया है कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से अवैध हथियार तस्करी होकर भरतपुर पहुंच रहे हैं. इतना ही नहीं हथियार तस्कर भरतपुर के रास्ते अलवर, करौली और अन्य जिलों तक अवैध हथियार पहुंचा रहे हैं. इन पर शक्ति से लगाम लगाने के लिए भरतपुर पुलिस लगातार कार्रवाई को अंजाम दे रही है. पिछले वर्षों की तुलना में जिले में आर्म्स एक्ट में काफी अधिक कार्रवाई की गई हैं.

Illegal arms smuggling
अवैध हथियारों की तस्करी ने बढ़ाई पुलिस की टेंशन

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युवाओं में बढ़ा अवैध हथियार रखने का चलन : एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि जिले के युवाओं में बीते कुछ वर्षों में अवैध हथियारों का चलन बढ़ा है. युवा वेबसरीज आदि से प्रभावित होकर अवैध हथियारों का इस्तेमाल करवरहे हैं. कई बार युवाओं द्वारा अवैध हथियारों के साथ सोशल मीडिया पर भी फोटो अपलोड करने के मामले सामने आते हैं.

29% मामले बढ़े : पुलिस के आंकड़ों पर नजर डालें तो वर्ष 2021 की तुलना में वर्ष 2023 दिसंबर तक आर्म्स एक्ट के मामलों में 28.97 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. वर्ष 2021 में आर्म्स एक्ट के 145 मामले, 2022 में 163 और 2023 में 187 मामले दर्ज हुए. इतना ही नहीं वर्ष 2021 में 139 आरोपी गिरफ्तार किए गए, 2022 में 163 आरोपी और 2023 में 179 आरोपी गिरफ्तार किए गए.

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गौरतलब है कि बीते वर्षों में भरतपुर जिले में कई जघन्य आपराधिक वारदातें हुईं. जिले में लूट, हत्या, एटीएम लूट जैसी वारदातें हुईं. जिनमें अपराधियों ने अवैध हथियारों का इस्तेमाल किया. पुलिस ने बीते दिनों कार्रवाई कर अवैध हथियारों के तस्करों के साथ ही उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले से अवैध हथियार बेचने वाले आरोपी को भी दबोचा.

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