भरतपुर. संभाग मुख्यालय भरतपुर पर वन विभाग 3 हेक्टेयर में बॉटनिकल गार्डन विकसित करेगा. गार्डन के माध्यम से लोगों को पेड़, पौधे और वनस्पतियों की जानकारी प्रदान की जा सकेगी. गार्डन को विकसित करने पर करीब सवा दो करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे, जिसमें से 20 लाख की बजट स्वीकृति मिल गई है. डीएफओ अभिमन्यु सहारण ने बताया कि राज्य सरकार ने बजट घोषणा में प्रदेश के सभी संभाग मुख्यालयों पर 11 बॉटनिकल गार्डन विकसित करने की घोषणा की थी.
इसी के तहत शहर में काली बगीची के पास 3 हेक्टेयर भूमि पर बॉटनिकल गार्डन विकसित किया जाएगा. बॉटनिकल गार्डन के लिए (Botanical Garden in Bharatpur) दो करोड़ 25 लाख का प्रस्ताव तैयार कर भेजा गया था. इसके लिए 20 लाख रुपए की वित्तीय स्वीकृति मिल चुकी है. जल्द ही डीपीआर तैयार कर गार्डन विकसित करने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
क्या होता है बॉटनिकल गार्डन: डीएफओ सहारण ने बताया कि बॉटनिकल गार्डन एक ऐसा स्थान होता है जहां पर लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधों के संरक्षण के साथ ही उनका प्रदर्शन किया जाता है. बॉटनिकल गार्डन में पेड़ पौधों पर उनके वानस्पतिक नाम का भी उल्लेख किया जाता है. ताकि गार्डन में घूमने आने वाले बच्चे और लोगों को पेड़ पौधों और वनस्पतियों के बारे में जानकारी मिल सके.
गार्डन के अंदर कैक्टस गार्डन, फ्रूट गार्डन, बटर फ्लाई गार्डन, मेडिसिनल गार्डन आदि अलग अलग थीम के गार्डन विकसित किए जाएंगे. डीएफओ अभिमन्यु सहारण ने बताया कि जल्द ही बॉटनिकल गार्डन की डीपीआर तैयार कर कार्य शुरू किए जाएंगे. इससे शहरवासियों को जहां वनस्पतियों की जानकारी के लिए एक बेहतरीन स्थान मिल सकेगा, वहीं घूमने फिरने के लिए भी एक नया स्पॉट विकसित हो जाएगा.