भरतपुर. वियतनाम के राजदूत पाम शान चाऊ यूनेस्को में महत्वपूर्ण पद पर रह चुके हैं. जबकि केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान भी यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत घोषित किया जा चुका है. ऐसे में राजदूत ने खुद केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान घूमने की इच्छा जताई थी. राजदूत एवं प्रतिनिधिमंडल ने घना में साथ ही राजकीय संग्रहालय एवं प्राचीन स्थलों का भी भ्रमण किया.
एक दिवसीय दौरे के दौरान उन्होंने भरतपुर ग्रामीण विकास मॉडल भी देखा. मॉडल में भरतपुर जिले में स्वरोजगार की कल्पना को साकार किया गया है. इसमें महिला-पुरुषों को लघु व कुटीर उद्योग में सफलता प्राप्त करते दिखाया गया है. राजदूत चाऊ ने कहा कि वियतनाम का ग्रामीण विकास मॉडल भरतपुर से काफी मिलता-जुलता है. प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि भी वियतनाम में भी ऐसे उद्योगों को बहुत प्रोत्साहन दिया जाता है.
प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि वियतनाम में लघु और कुटीर उद्योगों को बहुत प्रोत्साहन दिया जा रहा है. यहां खाद्य प्रसंस्करण, कपड़ा, जूते, कोयला, स्टील, सीमेंट, कांच, टायर, पेपर उद्योग विकसित हुए. साथ ही कृषि क्षेत्र में धान, कॉफी, रबर, कपास, चाय, मिर्च, सोयाबीन, काजू आदि की पैदावार भी बहुतायत से की जाती है जो न केवल वहां के किसानों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाती है बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करती है.
वियतनामी राजदूत व प्रतिनिधिमंडल के आगमन पर जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा के लिए पुलिस तैनात की गई. वियतनामी प्रतिनिधि मंडल के भरतपुर के निजी होटल में पहुंचते ही परंपरागत तरीके से ढोल बजाकर एवं तिलक लगाकर स्वागत किया गया. वहीं कोरोना वायरस को लेकर पूरे ग्रुप की थर्मल स्क्रीनिंग करने के बाद सैनिटाइजेशन भी किया गया.
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