कामां (भरतपुर). कामां मेवात क्षेत्र जो शिक्षा के क्षेत्र में बेहद पिछड़ा हुआ है, जहां बालिका शिक्षा की यदि बात करे तो उसकी हालत ओर भी ज्यादा खराब है. जहां बालकों की संख्या कम है वहीं लड़कियों की संख्या भी बिलकुल ना के बराबर देखने को मिलती है लेकिन मेवात क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल की दो छात्राओं द्वारा शिक्षा के महत्त्व पर गाया गया गाना इन दिनों सोशल मीडिया पर धूम मचा रहा है जिसकी लोग काफी सराहना कर रहे है.
दरअसल, पहाड़ी तहसील के गांव पिपरौली में स्थित स्कूल राजकीय उच्च माध्यमिक विधालय की दो छात्राएं जो आपस में सगी बहन भी है उन्होंने स्कूल में एक गाना गया है जो शिक्षा के महत्व को बता रहा था.
स्कूल की छात्राओं ने गाना गाया जिनकी चंद पंक्तियां कुछ इस प्रकार है -
''मेरा खुल गया स्कूल में तो पढ़ने जाउंगी,
मैंने किया इरादा सबसे ज्यादा नंबर लाऊंगी,
हमारी दुनिया में पढ़ाई का कोई ना जवाब,
हमें जीने की तहजीव सिखाती है किताब,
मैं तो एक भी दिन की गैरहाजिरी नहीं करवाउंगी,
मैं तो डॉक्टर बनूंगी तेरा नाम बढ़ाउंगी.''
चूंकि प्रदेशभर में सभी स्कूल खुल चुके है जहां सरकारी स्कूलों में नामांकन काफी कम ही देखने को मिलता है लेकिन राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल पिपरौली के प्राचार्य नानक चंद शर्मा ने इस गाने को लिखा और उसे अपने ही स्कूल की दो छात्राओं से गंवाया जो स्कूलों में नामांकन बढ़ाने, ड्रॉप आउट कम करने और लोगों को अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए काफी जागरूक कर रहा है. स्कूल में नामांकन बढ़ाने के लिए अध्यापक गांव-गांव जाकर लोगों को समझा रहे है की वे अपने संतानों को स्कूल भेजे.
सरकारी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा, मुफ्त किताब और एक समय का खाना भी राज्य सरकार ने मुफ्त कर रखा है और जो छात्र छात्राएं अच्छे अंक लाते है उनको लेपटॉप, साइकिल भी बतौर पुरस्कार वितरित किये जाते है. वेसे तो मेवात क्षेत्र अपराध, ठगी, लूट, चोरी की वारदातों के लिए बदनाम रहा है जहां शिक्षा का स्तर काफी कम है लेकिन वहां की दो छात्राओं द्वारा गाया गया गाना वहां के लोगों को शिक्षा के प्रति जागरूक जरूर कर रहा है.