कामां (भरतपुर). अमरूका चौराहे पर पिछले 20 दिनों से CAA और NRC के विरोध में चल रहे प्रदर्शन का समर्थन करने नगर विधायक वाजिब अली और पूर्व प्रधान जलीस खान अमरूका चौराहे पर पंहुचे.
सभा को संबोधित करते हुए नगर विधायक ने कहा कि, केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए ये विधेयक संविधान की प्रस्तावना के खिलाफ है. इस तरह के विधेयक लाकर सरकार एक समुदाय विशेष को निशाना बना रही है. जिसकी हम पूरे तरीके से निंदा करते हैं. मध्यप्रदेश की तरह राज्य में एनपीआर लागू नहीं होने की बात पर उन्होंने कहा कि, वे इसके बारे में जनता की भावना से राज्य सरकार को जरूर अवगत कराएंगे.
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पूर्व प्रधान जलीस खान ने कहा कि, केंद्र सरकार द्वारा लाया गया ये बिल पूरी तरह मे संविधान के खिलाफ है. इस बिल से केवल मुसलमान ही प्रभावित नहीं होंगे, बल्कि आदिवासी, गरीब और पिछड़े वर्ग के लोग भी प्रभावित होंगे. किसी भी देश की तरक्की धर्मनिरपेक्ष होने पर ज्यादा होती है और भारत के संविधान में भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है.
भारत और पाकिस्तान एक साथ आजाद हुए थे, लेकिन धर्मनिरपेक्षता की वजह से भारत आज विकास के मामले में पाकिस्तान से बहुत आगे निकल चुका है. भारत के स्वतंत्रता संग्राम में मुसलमानों ने भी दूसरे वर्गों की तरह ही बराबर का योगदान दिया था.
जिसके बाद पूर्व प्रधान जलीस खान ने धरना स्थल पर मौजूद सभी लोगों को संविधान की शपथ दिलाई. वही धरना स्थल पर अकबर खान, बाज खान, ईशा इरफान समेत दूसरे वक्ताओं ने अपने-अपने विचार रखें.