ETV Bharat / state

भरतपुरः CAA और NRC  के खिलाफ प्रदर्शन में पहुंचे विधायक वाजिब अली कहा, संविधान के खिलाफ है ये एक्ट - bharatpur news

कामां के अमरूका चौराहे पर CAA और NRC के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन चल रहा है. इस प्रदर्शन में शामिल होने नगर विधायक वाजिब अली और पूर्व प्रधान जलीस खान भी पहुंचे. इस दौरान पूर्व प्रधान जलीस खान ने धरना स्थल पर मौजूद सभी लोगों को संविधान की शपथ दिलाई.

अमरूका में धरना, भरतपुर न्यूज, kaman protest , amruka protest
कामां का अमरूका बना शाहीन बाग
author img

By

Published : Feb 23, 2020, 5:39 AM IST

Updated : Mar 9, 2020, 8:34 PM IST

कामां (भरतपुर). अमरूका चौराहे पर पिछले 20 दिनों से CAA और NRC के विरोध में चल रहे प्रदर्शन का समर्थन करने नगर विधायक वाजिब अली और पूर्व प्रधान जलीस खान अमरूका चौराहे पर पंहुचे.

कामां का अमरूका बना शाहीन बाग

सभा को संबोधित करते हुए नगर विधायक ने कहा कि, केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए ये विधेयक संविधान की प्रस्तावना के खिलाफ है. इस तरह के विधेयक लाकर सरकार एक समुदाय विशेष को निशाना बना रही है. जिसकी हम पूरे तरीके से निंदा करते हैं. मध्यप्रदेश की तरह राज्य में एनपीआर लागू नहीं होने की बात पर उन्होंने कहा कि, वे इसके बारे में जनता की भावना से राज्य सरकार को जरूर अवगत कराएंगे.

पढ़ें. शादी से पूर्व Agreement करने को विधिक मान्यता देने के लिए याचिका पेश

पूर्व प्रधान जलीस खान ने कहा कि, केंद्र सरकार द्वारा लाया गया ये बिल पूरी तरह मे संविधान के खिलाफ है. इस बिल से केवल मुसलमान ही प्रभावित नहीं होंगे, बल्कि आदिवासी, गरीब और पिछड़े वर्ग के लोग भी प्रभावित होंगे. किसी भी देश की तरक्की धर्मनिरपेक्ष होने पर ज्यादा होती है और भारत के संविधान में भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है.

भारत और पाकिस्तान एक साथ आजाद हुए थे, लेकिन धर्मनिरपेक्षता की वजह से भारत आज विकास के मामले में पाकिस्तान से बहुत आगे निकल चुका है. भारत के स्वतंत्रता संग्राम में मुसलमानों ने भी दूसरे वर्गों की तरह ही बराबर का योगदान दिया था.

जिसके बाद पूर्व प्रधान जलीस खान ने धरना स्थल पर मौजूद सभी लोगों को संविधान की शपथ दिलाई. वही धरना स्थल पर अकबर खान, बाज खान, ईशा इरफान समेत दूसरे वक्ताओं ने अपने-अपने विचार रखें.

कामां (भरतपुर). अमरूका चौराहे पर पिछले 20 दिनों से CAA और NRC के विरोध में चल रहे प्रदर्शन का समर्थन करने नगर विधायक वाजिब अली और पूर्व प्रधान जलीस खान अमरूका चौराहे पर पंहुचे.

कामां का अमरूका बना शाहीन बाग

सभा को संबोधित करते हुए नगर विधायक ने कहा कि, केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए ये विधेयक संविधान की प्रस्तावना के खिलाफ है. इस तरह के विधेयक लाकर सरकार एक समुदाय विशेष को निशाना बना रही है. जिसकी हम पूरे तरीके से निंदा करते हैं. मध्यप्रदेश की तरह राज्य में एनपीआर लागू नहीं होने की बात पर उन्होंने कहा कि, वे इसके बारे में जनता की भावना से राज्य सरकार को जरूर अवगत कराएंगे.

पढ़ें. शादी से पूर्व Agreement करने को विधिक मान्यता देने के लिए याचिका पेश

पूर्व प्रधान जलीस खान ने कहा कि, केंद्र सरकार द्वारा लाया गया ये बिल पूरी तरह मे संविधान के खिलाफ है. इस बिल से केवल मुसलमान ही प्रभावित नहीं होंगे, बल्कि आदिवासी, गरीब और पिछड़े वर्ग के लोग भी प्रभावित होंगे. किसी भी देश की तरक्की धर्मनिरपेक्ष होने पर ज्यादा होती है और भारत के संविधान में भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है.

भारत और पाकिस्तान एक साथ आजाद हुए थे, लेकिन धर्मनिरपेक्षता की वजह से भारत आज विकास के मामले में पाकिस्तान से बहुत आगे निकल चुका है. भारत के स्वतंत्रता संग्राम में मुसलमानों ने भी दूसरे वर्गों की तरह ही बराबर का योगदान दिया था.

जिसके बाद पूर्व प्रधान जलीस खान ने धरना स्थल पर मौजूद सभी लोगों को संविधान की शपथ दिलाई. वही धरना स्थल पर अकबर खान, बाज खान, ईशा इरफान समेत दूसरे वक्ताओं ने अपने-अपने विचार रखें.

Last Updated : Mar 9, 2020, 8:34 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.