बाड़मेर. जिले के भादरेस में लिग्नाइट खनन का कार्य कर रही एक निजी कंपनी की वादाखिलाफी के खिलाफ स्थानीय ग्रामीणों ने अब मोर्चा खोल दिया है. स्थानीय लोग रोजगार देने के साथ मूलभूत सुविधाओं की मांग लगातार कर रहे हैं.
जालीपा आगोर क्षेत्र में निर्माणाधीन जीएसएस के पास 22 फरवरी से शुरू हुआ ग्रामीणों का यह धरना प्रदर्शन गुरूवार को 13वें दिन भी जारी रहा. ग्रामीणों की मांग है कि कम्पनी स्थानीय लोगों को रोजगार में वरीयता दे. साथ ही सीएसआर फंड के तहत ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाओं से भी जोड़ा जाए. धरनार्थी किसानों का आरोप है कि निजी कंपनियों ने वर्ष 2011-12 में भूमि अवाप्ति के दौरान स्थानीय लोगों को रोजगार देने, मूलभूत सुविधाओं से जोड़कर ग्रामीण क्षेत्रों का विकास करवाने की बात कही थी.
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लेकिन कम्पनी अपने वादों को भूल गई. जिससे स्थानीय लोग और किसान अपनी भूमि कम्पनी को देकर अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि भूमि अवाप्ति को 10 वर्ष का समय बीत जाने के बाद भी कम्पनी अपने वादे पूरे नहीं कर पाई है. जिससे स्थानीय ग्रामीणों में कम्पनी के प्रति भारी रोष व्याप्त है. इसके साथ ही ग्रामीणों ने सार्वजनिक श्मशानघाट एवं गोचर भूमि को भू-अवाप्ति से पृथक करने और हरसाणी फांटा में स्थापित सीनियर सैकेंडरी स्कूल को जालीपा आगोर में स्थापित करवाने की मांग की है.
उन्होंने कहा कि इस समस्या को लेकर कई बार स्थानीय विधायक और जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को अवगत करवाया लेकिन इस ओर कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है. लिहाजा मजबूरन हमें अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि अगर समय रहते हमारी मांगे नहीं मानी गई तो हम उग्र आंदोलन करेंगे. बता दें कि अपनी मांगों को लेकर ग्रामीण का धरना प्रदर्शन 13 दिन भी जारी रहा है.
भारतीय किसान संघ के स्थापना दिवस पर बैठक का हुआ आयोजन
भारतीय किसान संघ के 42 स्थापना दिवस के अवसर पर गुरुवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर बिश्नोई धर्मशाला में किसान संघ के पदाधिकारियों द्वारा बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें विभिन्न उपकरणों मुख्यालयों से आए किसान एवं किसान संघ के पदाधिकारियों की मौजूदगी में जोधपुर प्रांत के प्रांत मंत्री हरिराम मांजू ने संगठन की कार्यकारिणी विस्तार एवं उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए किसानों को एकजुट रहकर संगठन को मजबूती देने की बात कही.
इसके साथ ही जोधपुर प्रांत संगठन मंत्री हेमराज एवं जिला अध्यक्ष पेमाराम सियोल ने भारतीय किसान संघ की स्थापना के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि किसानों की बढ़ती समस्याओं के निराकरण एवं किसानों को संगठित करने के उद्देश्य से 4 मार्च 1979 को भारतीय किसान संघ की स्थापना की गई थी. बैठक के दौरान संघ के पदाधिकारियों ने स्थानीय किसानों की समस्याओं पर चर्चा की और संगठन की ओर से किसानों की समस्या सरकार तक पहुंचाने का भरोसा दिया. किसानों की समस्याओं को जिला कलेक्टर के मार्फत मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा.