बाड़मेर. साल 1971 के भारत-पाक युद्ध में जिस टैंक ने महावीर चक्र विजेता जनरल हनुवंत सिंह के नेतृत्व में पाकिस्तान को करारी मात दी थी. वही टी-55 टैंक शुक्रवार को बाड़मेर पहुंचा. जहां लोगों ने जगह-जगह पर इस टैंक का ढोल-नगाड़ों के साथ भव्य स्वागत किया.
बता दें कि बाड़मेर में बनने वाले वार म्यूजियम में टी-55 टैंक स्थापित होगा. टीम 'थार के वीर' और मरूगंज संस्थान के संयोजक रघुवीर सिंह तामलोर ने बताया कि पाकिस्तान को साल 1971 के युद्ध में जनरल हनुवंत सिंह के नेतृत्व में हराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला टैंक टी-55 बाड़मेर के शहीदों का शूरवीर था. युवा तरुणाई के जज्बे को देखते हुए भारतीय सेना ने विशेष रूप से भेंट किया है.
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उन्होंने बताया कि थार के वीर कार्यक्रम के बाद हमने भारतीय सेना से वार म्यूजियम बनाने का आग्रह किया था जो कि कुछ समय बाद पूरा होने की उम्मीद है. हमें वार म्यूजियम के लिए और युवाओं को प्रेरित करने के लिए भारतीय सेना ने टैंक टी-55 प्रदान किया गया है. तामलोर ने कहा कि यह टैंक बाड़मेर को मिलना गौरवपूर्ण बात है और आने वाले समय में सीमावर्ती क्षेत्र की एक विशेष पहचान बनेगी.
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बता दें कि बाड़मेर रावत त्रिभुवन सिंह तत्कालीन बाड़मेर जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता, वर्तमान जिला कलेक्टर विश्राम मीणा, एसपी आनंद शर्मा, एएसपी खीव सिंह भाटी और टीम थार के वीर के प्रयासों से बाड़मेर को टैंक टी-55 मिला है, जो बाड़मेर के नौजवानों को सेना के प्रति प्रेरित करेगा.